सामाजिक,सांस्कृतिक परंपराओं को ध्यान में रखकर छुट्टियों का फैसला करे सरकार – जनसुराज
मामला बिहार में रामनवमी और शिवरात्रि की छुट्टी रद्द करने का
जल्दी हो सुधार वरना खामियाजा भुगतने को रहें तैयार ।
श्रीनारद मीडिया, सिवान (बिहार):
जनसुराज के मुख्य जिला प्रवक्ता कृष्ण कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेसविज्ञप्ति जारी कर बताया कि
बिहार की नीतीश कुमार सरकार द्वारा आगत वर्ष 2024 के लिए जारी किए गए एकेडमिक कलेंडर पर जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि पारंपरिक पर्वों की छुट्टियां रद्द करना उचित नहीं है।
उन्होने कहा है कि सरकार में बैठे लोगों की यह जिम्मेदारी है कि उन्हें धार्मिक परंपराओं का और जन भावनाओं का सम्मान करें अन्यथा समाज उन्हें माफ़ नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि छुट्टियां देने का जो मामला है ये सामाजिक और प्रशासनिक दोनों को मिलाकर आधार बनाया जाता है कि किस-किस दिन छुट्टी देनी है।
उसमें समाज के हर धर्म और संप्रदाय की परंपराओं, मर्यादाओं का ध्यान रखा जाता है । अगर सरकार का नेतृत्व बैलेंस गड़बड़ाएंगे तो दिक्कत होगी। उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू धर्म की बात हो या मुस्लिम धर्म की। समाज की परंपराएं हैं, मर्यादाएं हैं उसको ध्यान में रखकर ही इस विषय पर काम करना चाहिए। जो भी लोग सरकार में बैठे हुए हैं उनकी ये जिम्मेदारी है।
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