श्रीनारद मीडिया, प्रभात कुमार मिश्रा, गया ( बिहार )
बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की अनिवार्यता के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही कांग्रेस कमिटी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गया जिला मुख्यालय के चांदचौरा तीन मोहानी के समीप आक्रोश सभा का अयोजन किया। जहां पर उपस्थित वक्ताओं ने राज्य के गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार को प्रतिमाह 200 यूनिट मुफ्त बिज़ली, स्मार्ट प्रीपेड मीटर हटाने तथा स्मार्ट प्रीपेड मीटर में महाघोटाले की सीबीआई जांच की मांग की।
पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ गगन भूषण मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश प्रतिनिधि सह मगध प्रमंडल के प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहा राज्य सरकार जोर जबरदस्ती कर 50 लाख से ज्यादा प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा कर उपभोक्ताओं से अनाप, सनाप बिज़ली बिल अग्रिम राशि लेकर ही बिज़ली दे रही है। जिससे बिहार के स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ता त्राहि, त्राहि कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि जबसे कांग्रेस पार्टी, राजद, सीपीआई, सीपीआईएम आदि विपक्षी दलों द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध शुरू हुआ, तब से नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार बौखला गई है।
मुख्यमंत्री के इशारे पर सरकार के ऊर्जा मंत्री सभी जिला के जिलाधिकारी से लेकर बिज़ली विभाग के कनीय अभियंता तक तरह तरह के तुगलकी फरमान जारी कर आमजन को भ्रमित तथा इसके खिलाफ आंदोलन करने वालों को डराने, धमकाने और मुकदमा दर्ज करने की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य के जनमानस के हित में स्मार्ट प्रीपेड मीटर हटाओ, पुराना डिजिटल मीटर लगाओ अभियान को और तेज करेगी।
सभा को जिलाध्यक्ष डॉ गगन भूषण मिश्र, पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश प्रतिनिधि चंद्रिका प्रसाद यादव, शशि किशोर शिशु, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह आदि लोगों ने भी संबोधित किया। मौके पर रामप्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, विशालकुमार, कुंदन कुमार, दामोदर गोस्वामी, अमरजीत कुमार, विद्या शर्मा, प्रदीप शर्मा, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, पिछड़ा सेल के अध्यक्ष राम सेवक प्रसाद, प्रदीप मांझी, मदीना खातून, अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, शशि कांत सिन्हा, श्रीकांत शर्मा, राम प्रवेश सिंह, नंदू चंद्रवंशी, गाजोलाल पाठक, बीएस पांडेय सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।