कई राज्यों के बदले गए राज्यपाल
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
राष्ट्रपति ने द्रौपदी मुर्मू ने कई राज्यों के लिए नए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की है। इन नियुक्तियों से संबंधित जानकारी के अनुसार, संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बता दें गंगवार पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, अब वह झारखंड के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालेंगे।
वहीं छत्तीसगढ़ के लिए रेमन डेका को राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति ने पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में कार्य कर रहे बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
अब असम के वर्तमान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का गवर्नर बनाया गया है। पंजाब के साथ ही कटारिया को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई है। वहीं झारखंड के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अब महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
मेघालय के नए राज्यपाल के रूप में सीएच विजयंशकर की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और उन्हें मणिपुर की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
- हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया है।
- जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है।
- संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- रमन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाया गया है।
- सीएच विजयशंकर को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- सीपी राधाकृष्णन को झारखंड से महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- गुलाब चंद कटारिया को असम से पंजाब और चंडीगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम से असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, और उन्हें मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।
- कलराज मिश्र (राजस्थान), बिस्वभूषण हरिचंदन (छत्तीसगढ़), रमेश बैस (महाराष्ट्र), बनवारीलाल पुरोहित (पंजाब-चंडीगढ़), अनुसुइया उइके (मणिपुर) और फागू चौहान (मेघालय) को हटाया गया है।
1. हरिभाऊ किसनराव बागड़े, राजस्थान
हरिभाऊ किसनराव बागड़े का जन्म 17 अगस्त 1945 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एक मराठा परिवार में हुआ था। वह महज 10वीं तक पढ़े हैं। 13 साल की उम्र में RSS में शामिल हो गए थे। 1985 में पहली बार औरंगाबाद पूर्व सीट से विधायक चुने गए। कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।2. संतोष गंगवार, झारखंड
संतोष गंगवार झारखंड के 12वें राज्यपाल बनाए गए हैं। 8 बार सांसद रह चुके गंगवार भाजपा में लंबे समय तक सक्रिय रहे। वे मोदी और वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। यूपी के बरेली से 1989 से लगातार चुनाव जीता। 2009 में हारे, लेकिन 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की।3. गुलाब चंद कटारिया, पंजाब और चंडीगढ़
1977 में राजस्थान के उदयपुर शहर सीट से पहली बार विधायक चुने गए थे। साल 1998 में उदयपुर छोड़कर बड़ी सादड़ी से चुनाव जीता था। राजस्थान में शिक्षा मंत्री, पीडब्ल्यूडी मंत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सहित दो बार गृहमंत्री रहे हैं। 2023 में असम के 31वें राज्यपाल बनाए गए थे।4. रामेन डेका, छत्तीसगढ़
रामेन डेका असम के रहने वाले हैं। इनका जन्म 1 मार्च 1954 को असम के कामरूप जिले के सुआलकुची में हुआ था। वे असम की मंगलदोई लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दो बार सांसद रह चुके हैं। वह BJP के संस्थापक सदस्यों में भी हैं। असम बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं।5. सीपी राधाकृष्णन, महाराष्ट्र
सीपी राधाकृष्णन दो बार तमिलनाडु की कोयंबटूर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। 1998 और 1999 के लोकसभा चुनाव में जीते थे। उन्हें बीजेपी ने 2014 और 2019 के चुनाव में भी उम्मीदवार बनाया, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 18 फरवरी 2023 को झारखंड के राज्यपाल बने।6. जिष्णु देव वर्मा, तेलंगाना
जिष्णु देव वर्मा किसी भी राज्य के राज्यपाल बनने वाले त्रिपुरा के पहले राजनेता हैं। त्रिपुरा में भाजपा की पहली बार सरकार बनने के बाद 2018 से 2023 तक भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में डिप्टी CM रहे। हालांकि, 2023 के विधानसभा चुनाव में वह सिपाहीजला जिले के चारिलम (एसटी) सीट से टीआईपीआरए मोथा से हार गए थे।7. ओम प्रकाश माथुर, सिक्किम
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महामंत्री भी रहे। साल 2008 से 2009 तक राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली। इसके साथ ही गुजरात, छत्तीसगढ़ समेत 9 राज्यों में बीजेपी के प्रभारी भी रहे चुके हैं।8. लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, असम और मणिपुर
लक्ष्मण प्रसाद की BJP में अच्छी पैठ है। उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री रहे। प्रदेश के मिर्जापुर से ताल्लुक रखने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य खरवार जनजाति से हैं। 1977 तक संघ के सरस्वती शिशु मंदिर में बतौर शिक्षक जुड़े रहे। राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए। मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष का पद भी संभाला।9. सीएच विजयशंकर, मेघालय
कर्नाटक के रानीबेन्नूर के रहने वाले विजय शंकर पहली बार 1994 से 1998 तक हुनसूर से विधायक बने थे। 1998 और 2004 में मैसूर से सांसद रहे। 2010 से वह रेगे की 16वीं विधानसभा के विधायक और कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री भी रहे।- यह भी पढ़े…………….
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