ग्रीन मैन डॉ सत्य प्रकाश बंजर भूमि में भी अपनी जीवटता से उगा रहे पौधे
* सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं कर चुकी है इनको सम्मानित
* पौधा लगाओ एवं पर्यावरण बचाओ अभियान के बने प्रेरणा स्त्रोत
गोपालगंज:
पौधा लगाओ, पर्यावरण बचाओ अभियान का मुहिम देने वाले, वृक्षारोपण के प्रति गांव से लेकर शहर के लोगों को जागरूक करने में पिछले करीब बीस वर्षों से लगे हथुआ प्रखंड के बरवा गांव निवासी डॉ सत्य प्रकाश अलख जगा रहे है। इनके इसी जुनून और जज्बे को लेकर क्षेत्र में लोग अब इनको ग्रीन मैन, पर्यावरण मित्र, पर्यावरण प्रेमी, युवा पेड़ प्रेमी सहित कई उप नामों से जानने लगे है। डॉ सत्य प्रकाश को वृक्षारोपण में इतनी निष्ठा व लगन है कि इन्होंने कई बंजर भूमि पर अपनी जीवटता के साथ पौधा लगाकर हरियाली ला दिए है। शादी उत्सव, जन्मोत्सव या महापुरुषों की पुण्य तिथि हो या घर कोई उत्सव पहले ये पौधा लगाकर ही कार्य की शुरुआत करते है। इनके द्वारा लगाया गया पौधा जिले के हथुआ, कुचायकोट, ऊचकागांव, भोरे, विजयीपुर, फुलवरिया, बैकुंठपुर सहित सभी प्रखंडों के साथ साथ बिहार और यूपी के कई जिलों में हरियाली का आगाज कर रहा है। इनके द्वारा शादी विवाह में दिए गए पौधों को वर वधू आज भी संजो कर रखते है ताकि शादी यादगार बन सके। कई शादियों में वर वधू का स्वागत पौधा देकर करने के लिए लोग इनको विशेष रूप में आमन्त्रित करते रहे है। इनकी पहल से लोग अपने सभी उत्सवों पर पौधा लगाना नहीं भूल रहे है। पौधा लगाने व बचाने का करवा इनकी प्रेरणा से अब चल पड़ी है। अबतक पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश को जिले के कुचायकोट प्रखंड के बीड़ीओ वैभव शुक्ल के द्वारा पर्यावरण के प्रति सच्ची निष्ठा को देखते हुए इनको ग्रीन मैन की उपाधि स्थानीय स्तर पर दिया जा चुका है। इसके पूर्व इनको सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं सम्मानित कर चुकी है। हाल ही में इनको आईबाॅक द्वारा सम्मानित भी किया गया है। पर्यावरणविद् डॉ प्रकाश उस समय सुर्खियों में रहे जब इनकी इकलौती बेटी के निधन पर इन्होंने कुशीनगर से लंबी आयु का पौधा लगाना शुरू किया। लक्ष्य पूरा होने के बाद इन्होंने अपनी दिवंगत बेटी को श्रद्धांजलि दिया। साथ ही कई सरकारी कार्यालयों के कैंपस में पौधा लगाकर ग्रीन कैंपस बनाने का श्रेय इनको मिल चुका है। अभी कुचयकोट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को हरा भरा करने की जिम्मेवारी स्वास्थ विभाग ने इनको दिया है। साथ ही इनके द्वारा जिले के कई स्कूल, कॉलेज व संस्थाओं को हराभरा बनाने की जिम्मेवारी को ये बखूबी निर्वहन कर चुके है। इस सम्बन्ध में डॉ सत्य प्रकाश कहते है कि जब हमारी सांसें ही नहीं रहेगी तो मेरा जीने का क्या औचित्य है। सांसे निरन्तर चलता रहे इसके लिए सबको पौधा लगाना चाहिए। इन्होंने यह भी कहा कि पौधा ही जीवन को बचाएगा। यही सच्चा सन्यासी है जो आपको देता है पर आपसे कुछ नहीं लेता। वृक्षारोपण के लिए युवकों को भी आगे आना होगा। तभी हम अपनी सांस की जंग को जीत पाएंगे। वहीं जब इनके पर्यावरण के प्रति निष्ठा के सम्बन्ध में हथुआ एसडीएम राकेश कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बहुत कम मिलते है जिनके रग रग में केवल पौधा की बातें हो। डॉ सत्य प्रकाश सही में हमारे जिले के लिए पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पर्यावरणविद् है। इन्होंने कई बार हमारे कार्यालय व आवास पर भी पौधरोपण अधिकारियों के साथ करते हुए पौधा लगाने व बचाने के लिए प्रेरित किया है।