श्रद्धा और उल्लास से मनायी गयी गुरु गोविंद सिंह की जयंती
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के मध्य विद्यालय महमूदपुर में गुरुवार को सिख धर्म के दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंह जी की जयंती को प्रकाश उत्सव पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर शिक्षकों व छत्र-छात्राओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर शिक्षक नेता जेपी गुप्ता ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म पटना के पटना साहिब में 26 दिसंबर,1666 में हुआ था।
उन्होंने कहा कहा कि शौर्य और साहस के प्रतीक गुरु गोविंद सिंह एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ ही एक योद्धा, कवि व दार्शनिक थे। उन्होंने वर्ष 1699 में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उनका जीवन अन्याय, अधर्म, अत्याचार और दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए गुजरा। गुरु गोविंद सिंह ने जीवन जीने के लिए पांच सिद्धांत भी बताए जिन्हें ‘पांच ककार’ कहा जाता है।
पांच ककार में ये पांच चीजें आती हैं जिन्हें खालसा सिख धारण करते हैं।ये हैं- ‘केश’, ‘कड़ा’, ‘कृपाण’, ‘कंघा’ व ‘कच्छा’।उन्होंने बच्चों से गुरु गोविंद सिंह को अपने जीवन में उतारने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह की सीख है कि काम में खूब मेहनत करे और काम में कोताही नहीं बरतें। किसी की निंदा और ईर्ष्या से बचें। मौके पर प्रधानाध्यापक बृझन मांझी, रुपेश दुबे, रामकिशोर साह, ओमप्रकाश मांझी,शुभेंद्रू सहित अन्य शिक्षक और छात्र उपस्थित थे।
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