क्या ईरान इजरायल पर हमले की तैयारी कर ली है?

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अमेरिका का इजरायल को सपोर्ट तो ईरान के साथ खुलकर खड़ा हुआ चीन

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

हमास के राजनीतिक चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से ईरान गुस्से में है। वह बस इजरायल से बदला लेने की फिराक में है। माना जा रहा है कि आज रात ही ईरान यह हमले कर सकता है।

इधर, स्विस इंटरनेशनल एयर लाइन्स ने तेल अवीव और बेरूत से आने-जाने वाली अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है। 21 अगस्त तक कोई भी फ्लाइट नहीं चलेगी। वहीं, इजरायल-ईरान तनाव के बीच अमेरिका ने भी सार्वजनिक रूप से मिडिल ईस्ट में पनडुब्बी भेजने का एलान कर दिया है।

अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रूप को किया गया तैनात

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने मिसाइल पनडुब्बी की तैनाती का आदेश दिया है। बता दें कि हमास और हिजबुल्लाह के वरिष्ठ सदस्यों की हत्या के बाद ईरान हमले करने की पूरी तैयारी में है। ऑस्टिन ने इसको लेकर अपने इजरायली समकक्ष से बात की। तनाव के बीच अमेरिका ने अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रूप को क्षेत्र में अपनी तैनाती में तेजी लाने का आदेश दिया है।

यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेगा अब्राहम लिंकन

यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पहले गुआम के पास काम करता था। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब ये यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेगा। साथ ही अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन ने एफ-35सी लड़ाकू विमानों से लैस यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को सेंट्रल कमांड क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया।

इस क्षेत्र में पहले से ही मौजूद ये…

  • थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप
  • यूएसएस जॉर्जिया (एसएसजीएन 729), एक निर्देशित मिसाइल पनडुब्बी

अंतरराष्ट्रीय दबाव लेकिन हो रहे ताबड़तोड़ हमले

अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच इजरायली सेना ने सोमवार को दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस के पास अपने अभियान जारी रखे। फलस्तीनी चिकित्सकों के अनुसार,  खान यूनिस के कई इलाकों में सोमवार को इजरायली सैन्य हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए और कई घायल हो गए।

क्या ईरान करेगा आज रात हमले

ईरान समर्थित हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। इस हमले के बाद ईरान ने इजरायल से बदला लेने की धमकी दी थी। ईरान ने इस हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया। हालांकि, इजरायल ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।

मिडिल ईस्ट में तनाव, अमेरिकी सेना पर हमला

वहीं, ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिजबुल्लाह के वरिष्ठ सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की बेरूत में हुई हत्या के बाद तनाव और बढ़ गया है। मीडिल ईस्ट इस समय युद्ध का मैदान बना हुआ है। ईरान ने कहा है कि इजरायल के समर्थन के कारण हनीयेह की हत्या के लिए अमेरिका जिम्मेदार है। रॉयटर्स के अनुसार, सीरिया में शुक्रवार को ड्रोन हमले में कई अमेरिकी और गठबंधन कर्मी घायल हो गए। मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच हाल के दिनों में अमेरिकी सेना के खिलाफ यह दूसरा बड़ा हमला है।

अमेरिका का इजरायल को सपोर्ट तो ईरान के साथ खुलकर खड़ा हुआ चीन

मध्य पूर्व में बढ़ रहे तनाव के बीच चीन ईरान के साथ खुलकर खड़ा हो गया है। चीन ने कहा है कि संप्रभुता, सुरक्षा और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा में वह ईरान के साथ खड़ा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने चीनी विदेश मंत्रालय के एक बयान के हवाले से बताया कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को ईरान के कार्यवाहक विदेश मंत्री को फोन कर समर्थन का भरोसा दिलाया और उक्त बातें कही।

रॉयटर्स के अनुसार फोन कॉल में वांग ने 31 जुलाई को तेहरान में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या की बीजिंग की निंदा को दोहराते हुए कहा कि हमले ने ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा है। गौरतलब है कि ईरान और फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास ने इजरायल पर हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया है।

इजरायल ने नहीं ली है हमले की जिम्मेदारी

हालांकि, इजरायल ने हत्या की जिम्मेदारी का दावा या इनकार नहीं किया है, जिससे यह चिंता बढ़ गई है कि गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्ध एक व्यापक मध्य पूर्व युद्ध में बदल रहा है। ईरान ने हानिया की हत्या पर इजरायल को कठोर दंड देने की भी कसम खाई है। रॉयटर्स के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘वांग ने ईरान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बघेरी कानी से कहा है कि हनिया की हत्या ने गाजा युद्ध-विराम वार्ता प्रक्रिया को सीधे तौर पर कमजोर कर दिया है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर किया है।

चीन ने दिलाया समर्थन का भरोसा

वांग के हवाले से कहा गया, ‘चीन कानून के अनुसार अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों में ईरान का समर्थन करता है और ईरान के साथ घनिष्ठ संचार बनाए रखने के लिए तैयार है।’ इधर, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने रविवार को अब्बास अराक्ची को देश के विदेश मंत्री के रूप में नामित किया। अराक्ची 2013 से 2021 तक परमाणु वार्ता में ईरान के मुख्य वार्ताकार रहे थे।

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