ग्रीन विलेज बनेगा हथुआ का बरवा गांव श्रीनारद मीडिया मीरगंज : सपने हजार होते है। वह भी अपना। लेकिन ऐसा सपना जिससे समाज का हर एक प्राणी लाभान्वित हो सके ऐसे सपने बहुत कम लोग ही सपना साकार करने का संकल्प लेते है। लेकिन एक ऐसा युवक जो अपने सपने को सामाजिक संकल्प में बदलकर निष्ठा, संकल्प और मनोयोग से इन सपनों को साकार करने में लगा है। हम जिसकी बात कर रहे है वह युवक हथुआ प्रखंड के बरवा गांव निवासी डॉ राम विष्णु प्रसाद का दूसरा पुत्र डॉ सत्य प्रकाश है। जिनके जुनून भरे सपना को साकार करने के लिए ग्रामीण चल पड़े है। पिछले पंद्रह वर्षों से पर्यावरण बचाने के संकल्प को लेकर पौधरोपण अभियान को बढ़ावा दे रहे पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश हजारों पौधा लगा चुके है। इनके नेतृत्व में हथुआ का बरवा गांव ग्रीन विलेज बनने के लिए करवटें ले रहा है। करीब ढाई सौ घर वाले इस गांव में इस युवक ने बिना किसी से सहयोग लिए सभी दरवाजे पर एक एक पौधा लगा चुके है। इनके नेतृत्व में ग्रामीण अब सार्वजनिक स्थलों पर पौधा लगाना शुरू कर दिए है। पौधा लगाओ और पर्यावरण बचाओ अभियान के लिए इनको ग्रीन मैन के नाम से लोग जानने लगे है। बरवा गांव में फलदार, छायादार, फूल व लंबी आयु के लहलहाते वृक्ष ग्रीन विलेज में परिणत करने को बेताब दिखने लगे है। पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश बताते है कि जीवन में यदि आपके क्रमो से समाज लाभान्वित नहीं हुआ तो जीवन जीने का कोई मायने नहीं है। पौधरोपण करके ही हम अपने जीवन को बचा सकते है। अपनी प्राणों की रक्षा के लिए सबको एक एक पौधा लगाने की आवश्यकता है। यही पौधा हमारे जीवन को बचाने में सहायक होंगे। ग्रीन विलेज के सम्बन्ध में पूछे जाने पर पर्यावरणविद् डॉ प्रकाश ने कहा कि इस गांव में वैसा शायद ही कोई दरवाजा होगा जिसके नाम पर एक पौधा अबतक नहीं लगाया गया हो। सभी ग्रामीण पौधरोपण के लिए कृत संकल्पित है। बरवा गांव में पिछले पंद्रह वर्षों में पांच सौ पौधे लगाए गए है जो हरियाली बचाने के लिए एक कदम आगे है। इन्होंने यह भी बताया कि इस गांव के सभी ग्रामीण अपने जन्मदिन, शादी वर्षगांठ, पुण्यतिथि या कोई अन्य उत्सवों पर एक पौधा लगाकर ही कार्य की शुरुआत करते है। साथ ही बारात निकलते समय या बेटी की विदाई के समय एक पौधा साथ ले जाने की इस गांव की परम्परा बन गई है। जिसका अनुसरण सभी युवा कर रहे है।
ग्रीन विलेज बनेगा हथुआ का बरवा गांव
