क्या आपको हमेशा सेक्स करने का मन करता है तो…..
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यौन संबंध बनाते समय हम कुछ चीजों को देखते हैं, महसूस करते हैं और छूते हैं और इस प्रतिक्रिया में हमे संभोग सुख (orgasm) प्राप्त होता है। लेकिन कई लोगों को बिना किसी यौन गतिविधि के भी यौन उत्तेजना महसूस होता रहता है। अगर आपको भी ऐसा ही महसूस होता रहता है तो समझ लीजिए कि आप Persistent Genital Arousal Disorder (PAGD) नामक बीमारी से ग्रस्त हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक PAGD में व्यक्ति को लगातार यौन उत्तेजना महसूस होती रहती है। कुछ लोगों के लिए ऐसा होना ना केवल शर्मनाक बल्कि दर्दनाक भी होता है। यौन संबंध बनाने के बाद शरीर का ब्लड प्रेशर ज़्यादा हो जाना मसल्स में खिंचाव पैदा होना सामान्य बात है। लेकिन अगर बिना संभोग आनंद हासिल किए लगातार ऐसा महसूस हो और प्राइवेट पार्ट में तनाव या सूजन रहने लगे तो आप PAGD की बीमारी हो सकती है। ऐसे में आपको तुरंत किसी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
बिना यौन संबंध बनाए ही प्राइवेट पार्ट में गीलापन
PAGD एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति बिना किसी यौन गतिविधि या उत्तेजना के यौन उत्तेजित हो जाता हैं। इस बीमारी में बिना यौन संबंध बनाए ही महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में लंबे समय तक गीलापन, वजाइना में सूजन, बटक और पैरों में दर्द होता है।
लक्षण
प्राइवेट पार्ट में नमी
प्राइवेट पार्ट में खुजली और जल
प्राइवेट पार्ट में दबाव महसूस होना
गर्दन का लाल हो जाना
ब्लड प्रेशर का असामान्य रूप से बढ़ जाना
हार्ट बीट का असामान्य रूप से तेज होना
सांस फूलना
पूरे शरीर में मांसपेशियों में ऐंठन
कम या धुंधला दिखाई देना
पुरुष भी इस बीमारी से पीड़ित
आमतौर पर इसे महिलाओं की बीमारी समझा जाता है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक महिलाऐं और पुरुष दोनों ही इस बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। इस बीमारी से पीड़ित पुरुषों में घंटों तक प्राइवेट पार्ट में तनाव बना रहता है।
डॉक्टर ढूंढ नहीं पाए कारण
कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी नर्व यानी तंत्रिका में गड़बड़ी से जुड़ी है। डॉक्टर्स के मुताबिक पीठ में रीढ़ के निचले हिस्से में सिस्ट बनने से यह स्थिति पैदा हो सकती है। वहीं कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे मनोवैज्ञानिक चिंताओं से जोड़कर देखते हैं, जिसमें तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, दवा के दुष्प्रभाव और जननांग संक्रमण शामिल हैं।
इलाज
PAGD में डॉक्टर लक्षणों के आधार पर इसका इलाज करने की कोशिश करते हैं। इनमें पेल्विक मसाज, आइस बाथ, प्राइवेट पार्ट पर सुन्न करने वाली जेल लगाना, एक्युप्रेशर का इस्तेमाल और मसल्स को रिलेक्स करने वाली थेरेपी इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा फिजियोथेरेपी इस्तेमाल करके भी बीमारी पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जाती है।
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