खुद को बड़ा अफसर बता लोगों को देते थे झांसा, फिर ऐसे ऐंठ लेते थे मोटी रकम
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मुजफ्फरपुर का सोनू और सहरसा का रुपेश कभी एसडीएम, तो कभी पुलिस अफसर, तो कभी परिवहन विभाग का कर्मी बनकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. अब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पुलिस की वर्दी पहनकर भी घूमते थे. दोनों के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मोतीपुर थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसी मामले में पुलिस ने इन शातिरों को गिरफ्तार किया है.
चोरी की गाड़ी के आवश्यक कागजात बनाने के नाम पर रुपेश कुमार और सोनू कुमार ने करीब एक लाख रुपये की ठगी की थी. इस मामले में मोतीपुर थाने में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रुपेश को सहरसा जिले के नवहट्टा थाना क्षेत्र से और सोनू कुमार को वैशाली जिले के बड़ा जगरनाथपुर गांव से गिरफ्तार किया है.इनके पास से एक कार और दो मोबाइल भी बरामद हुआ है.
मुजफ्फरपुर पुलिस ने ठगी के शिकार होने वाले एक पीड़ित के केस के आधार पर फर्जी एसडीएम, पुलिस और परिवहन विभाग का कर्मी बनकर ठगी करने वाले दो शातिर दोस्तों को गिरफ्तार किया है. कई लोगों से लाखों रुपये दोनों ऐंठ चुके हैं. कई जिले की पुलिस को इनकी तलाश थी.पूरे मामले को लेकर एएसपी भानू प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है.
इस गिरोह के शातिर सदस्य कभी एसडीएम बनकर, तो कभी पुलिस अफसर बन कर और कभी जिला परिवहन के कार्यलय के कर्मी बनाकर लोगों के साथ ठगी करते थे. एक ऐसा ही मामला मोतीपुर थाना में इनके खिलाफ दर्ज हुआ था. दोनों पुलिस की वर्दी पहनकर कम पढ़े-लिखे लोगों को अपना शिकार बनाते थे.
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