जनस्वास्थ्य चेतना शिविर में ग्रामीणों की हुई स्वास्थ्य जांच
ऑन द स्पॉट कराया गया पंजीकरण:
शिविर में टीबी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप के अलावा सभी तरह की जांच कराई गई: सिविल सर्जन
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया,(बिहार):
अभी भी ग्रामीण इलाकों के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं से दूर हैं। बुजुर्ग या साधारण रूप से कमज़ोर लोगों की पहुंच अस्पताल तक नहीं है। उक्त बातें सूबे की खाद्द एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह ने जनस्वास्थ्य चेतना शिविर के उद्घाटन समारोह के दौरान कही। मालूम हो कि ग्रामीण इलाकों के निवासियों के स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर के नगर प्रखंड के गोकुलपुर पंचायत अंतर्गत प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय परिसर में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर खाद्द उपभोक्ता मामलों की मंत्री सह स्थानीय विधायक लेसी सिंह, सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, स्थानीय के नगर पीएचसी के एमओआईसी डॉ भास्कर प्रसाद सिंह,
बीएचएम निशी श्रीवास्तव, सिफार के धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी, शेख मोजिम सहित स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के सैकड़ों चिकित्सक और कर्मी उपस्थित थे।
भीड़ होने के कारण ऑन द स्पॉट कराया गया पंजीकरण: मंत्री
मंत्री लेसी सिंह ने बताया कि जनस्वास्थ्य चेतना शिविर में लगभग 25 सौ अधिक ग्रामीणों का चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। आयोजन की शत प्रतिशत सफ़लता को लेकर स्थानीय पंचायत के मुखिया नीरज मेहता के नेतृत्व में लगभग 18 सौ अधिक ग्रामीणों का पंजीकरण पहले ही किया गया था। लेकिन अत्यधिक भीड़ होने के कारण दोपहर के बाद लगभग एक हजार ग्रामीणों का “ऑन द स्पॉट” स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों की पहुंच अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से है। इसके साथ ही टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।
शिविर में टीबी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप के अलावा सभी तरह की जांच कराई गई: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के आमजनों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर में गैर संचारी रोग जैसे- कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, संचारी रोग में टीबी एवं चर्म रोग, कुष्ट रोग, महिला रोग से संबंधित सभी तरह की जांच, आयुष चिकित्सा, विभिन्न प्रकार की खून जांच, बलग़म जांच, आंख, गला, नाक, कान के अलावा कई अन्य प्रकार की स्वास्थ्य जांच की गयी। इसके लिए 26 ओपीडी काउंटर, दवा वितरण के लिए 20 काउंटर लगाया गया। इतने काउंटर को संचालित करने के लिए 44 निजी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 13 चिकित्सकों की टीम लगाई गई। साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगभग 100 की संख्या में चिकित्सकीय टीम एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
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