पल्स पोलियों अभियान की शत प्रतिशत सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की तैयारी
जिले में 22 सितंबर से शुरू होगा अभियान, गृह भ्रमण कर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पांच वर्ष तक के बच्चों को दिया जाएगा पोलियो ड्राप: डीआईओ
पोलियो जैसे खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए जिला सहित राज्य के सभी जिलों में चलाया जाएगा पल्स पोलियो अभियान: डब्ल्यूएचओ
श्रीनारद मीडिया, छपरा (बिहार):
पांच दिवसीय अनुराष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ आगामी 22 सितंबर से शुरू होने वाला है। जिसके तहत जिले में 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। इसकी सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में जीएनएम कॉलेज के सभागार में प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (टीओटी) का आयोजन किया गया।
जिसमें जिले के अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए। अध्यक्षता करते हुए ज़िला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि यह अभियान 22 सितंबर से 28 सितंबर तक चलेगा। पहले पांच दिन टीकाकर्मियों द्वारा गृह भ्रमण कर लक्षित बच्चों को पोलियो की दो- दो बूंद दवा पिलाने का काम किया जाएगा। जबकि 28 सितंबर को छूटे हुए बच्चों को दवा दी खुराक पिलाई जाएगी। इस दौरान सारण ज़िले में 5. 6 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए क़रीब 6 लाख घरों का भ्रमण किया जाएगा।
एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर देश को पोलियो मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोलियो अभियान चलाया जाएगा। पोलियो दवा की कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होती है। इसलिए सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को निश्चित रूप से पोलियो खुराक दिलाना चाहिए। इसके लिए 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। हालांकि सभी लक्षित घर के प्रत्येक बच्चों तक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित हो इसको लेकर जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। ताकि यह सभी लोग प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के सभी पदाधिकारी और कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। ताकि पल्स पोलियों अभियान के दौरान एक भी बच्चा छूटे नहीं। हालांकि इसके लिए अलग से जिलाधिकारी अमन समीर और सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा के द्वारा दिशा निर्देश और मार्ग दर्शन दिया जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एसएमओ डॉ रंजीतेश क़ुमार ने कहा कि प्रक्षीक्षको का प्रशिक्षण (टीओटी) के दौरान उपस्थित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को पल्स पोलियों अभियान के लिए विभागीय स्तर पर बनाए गए पीपीटी के माध्यम से प्रक्षिक्षण से संबंधित कार्यकलापों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण पल्स पोलियों अभियान की शत सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि प्रशिक्षकों की उच्च स्तर की तैयारी और क्षमता अभियान की शत प्रतिशत सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। प्रशिक्षकों के माध्यम से वह सुनिश्चित करेंगे कि सभी बच्चे को समय पर और सही तरीके से पोलियो की खुराक पिलाई गई। पल्स पोलियों अभियान भारत में बच्चों को पोलियो के वायरस से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अभियान की शत प्रतिशत सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण एक अहम कदम है। जिसके लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया। जिससे अभियान की प्रभावशीलता और सफलता की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह, डब्ल्यू एच ओ के एसएमओ डॉ रंजीतेष, यूनिसेफ की एसएमसी आरती त्रिपाठी, प्रशासनिक विश्लेषक नागेंद्र चौधरी, यूएनडीपी के वीसीसीएम अंशुमान पाण्डेय, सीसीटी शक्ति कुमार और लिपिक निरंजन सिंह सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे
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