-संक्रमण काल में स्वास्थ्य विशेषज्ञों से मिलेगी टेलीमेडिसिन की सुविधा
-दूर दराज के मरीजों को 19 स्वास्थ्य विशेषज्ञों से टेलीफोन पर मिलेगी चिकित्सकीय सलाह
-सफल क्रियान्वयन को जिलाधिकारी ने सुबह के 11 रात 11 बजे तक चिकित्सक नियुक्त किया
श्रीनारद मीडिया, किशनगंज, (बिहार)
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। प्रतिदिन कोरोना के नये स्ट्रेन से संक्रमितों की संख्या धीरे-धीरे न बढ़ रही है। जिले में कुल 1317 व्यक्ति संक्रमित हैं। जिसमें 30 मरीज अस्पताल में तथा 1287 मरीज होम आइसोलेट भी हैं। वहीं होम आइसोलेट कोरोना संक्रमित मरीजों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के साथ गंभीरता से कार्य कर रही है। जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा इलाज की सुविधा उपलब्ध करने के मकसद से स्वास्थ्य संस्थानों में हब एंड स्कोप प्रणाली से टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। जिसमें जिले के 19 विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया गया है। जिससे टेलीमेडिसिन के जरिये भी मरीजों का इलाज किया जाएगा। टेलीमेडिसिन के तहत मरीज अपनी समस्या बताकर डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
-सफल क्रियान्वयन को जिला पदाधिकारी ने सुबह 11 से रात के 11 बजे तक चिकित्सक नियुक्त किया: जिलाधिकारी
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया टेलीमेडिसिन क्रियान्वयन के तहत हब एवं प्रणाली के रूप में कार्यरत होगा । जिसमें मरीज पहले टोल फ्री नंबर 18003456621 अथवा दूरभाष नंबर 06456227222 पर संपर्क स्थापित करेंगे। इस नंबर पर विशेषज्ञ चिकित्सक टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को सलाह देने के लिए उपलब्ध होंगे। इस सेवा के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला पदाधिकारी ने सुबह 11 बजे से रात के 11 बजे तक कुल 19 चिकित्सक नियुक्त किये हैं। जिससे सभी जिले वासी इसका लाभ उठा सकें और संक्रमण काल में में बेवजह बाहर निकलने से भी बचे रहें।
-संक्रमण काल में दूर दराज के मरीजों को मिलेगी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधा: डीएम
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया पूर्ण लॉक डाउन रहने से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है। ऐसे मरीजों को चिकित्सीय सुविधा देने के लिए यह एक ऐसी सुविधा है, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके सुदूर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों से मरीज टेलीफोन पर ही चिकित्सा से संबंधित परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मरीज चिकित्सकीय जानकारी भेज सकते हैं और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर की मदद से रियल टाइम परिस्थितियों में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
-मजबूत इच्छाशक्ति के साथ संक्रमण पर विजय पाना सम्भव: डीएम
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया कोविड-19 संक्रमण को हर हाल में रोकने के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार जरूरी फैसले ले रहा है। 15 मई तक लाॅकडाउन लगाया जा चुका है। ताकि इस महामारी के बढ़ते प्रभाव पर विराम लग सके और लोग खुद सुरक्षित महसूस करें। किन्तु, अगर आप जाने-अनजाने में किसी भी कारणवश इस महामारी के दायरे में आ गए तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, घबराहट इस महामारी का ना ही कोई इलाज और ना ही परेशानी दूर सकते हैं। इसलिए, संक्रमित होने पर घबराएं नहीं। बल्कि, इस महामारी को सकारात्मक सोच के साथ डटकर सामना करें और चिकित्सा परामर्श के अनुसार मजबूत इच्छाशक्ति के साथ अपना इलाज कराएं।
इन मानकों का ख्याल रख संक्रमण से रहें दूर:
– दो गज की शारीरिक दूरी का हमेशा ख्याल रखें।
– मास्क का नियमित रूप से उपयोग करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बाहरी खाना खाने से परहेज करें।
– घर से बाहर निकलने पर निश्चित रूप से सैनिटाइजर साथ रखें।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
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