समस्त कष्टों का निवारण है भागवतकथा का श्रवण:आचार्य अमित
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार )
सीवान जिले के मैरवा प्रखण्ड क्षेत्र के लक्ष्मीपुर में चल रहे श्री शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार को श्री धाम वृंदावन से पधारे कथा वाचक आचार्य अमित कृष्ण तिवारी द्वारा भागवत और भक्ति की महिमा का वर्णन किया गया। आचार्य ने कहा कि समस्त कष्टों का निवारण है भागवतकथा का श्रवण ।उन्होंने अहैतुकी भक्ति को ही जीवन का सार बताया। महाराज श्री ने बताया की जिसके कई हजार जन्म के पुण्य पुंज का उदय होता है उसके ही हृदय में श्री हरि की भक्ति निवास करती है और वही प्रभु से प्रेम कर पाता है। आचार्य ने बताया कि निःसंदेश ज्ञान का दर्जा अभ्यास से ऊंचा है और ध्यान का ज्ञान से और कर्म फल का त्याग ध्यान से श्रेष्ठ है क्योंकि फल के त्याग से शांति प्राप्त होती है ।उन्होंने बताया कि जिस मनुष्य के ह्रदय में किसी के लिए नफरत नहीं है ,जो ममता और अहंकार से रहित हैऔर सुख -दुःख में एक साथ रहता है ,सबके साथ मित्र व दयाभाव से है ,क्षमा करने वाला है जो हमेशा संतुष्ट ,अंतर में जुड़ा हुआ ,अपने आप पर काबू हासिल किये व मजबूत इरादे वाले और मन व बुद्धि को मेरे अर्पण किए है ऐसा ही भक्त मुझे दिल से प्यारा है । इस मौके पर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रमाकांत पाठक,यज्ञाचार्य दुर्गेश कुमार चौबे,राजेश पांडेय,बीडीसी श्रीकांत यादव ,संजय पाठक ,सुनील सिंह ,महेंद्र नाथ पांडेय,हिमेश्वर पाठक सहित काफी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे ।नित्य रामलीला व रासलीला का भी कार्यक्रम चल रहा है ।
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