भाजपा को राष्ट्र के इस महान नेतृत्व के लिए हार्दिक बधाई।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत एक नये सांस्कृतिक जागरण के दौर से गुजर रहा है। चुनाव परिणाम इसका संकेतक है। हिंदुत्व के जागरण के साथ ही जातिगत अस्मिताएँ महत्त्वहीन हो रही हैं। मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का अंत हो चुका है। वैश्विक मंच पर भारत एक शक्तिशाली और निर्णायक राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। मोदी-योगी के नेतृत्व ने इस सांस्कृतिक जागरण को संभव किया है। भाजपा को राष्ट्र के इस महान नेतृत्व के लिए हार्दिक बधाई।
मुस्लिम-यादव गठजोड़, ब्राह्मण-दलित गठजोड़ के स्थान पर केवल हिंदुत्व और विकास आज का सत्य है। आने वाले समय में जातिगत अस्मिताएँ और कमजोर पड़ेंगीं। भारत की सभी जातियाँ हिंदुत्व में आस्था रखती हैं। MY एक तात्कालिक और बेमेल समीकरण था। भगवान कृष्ण के वंशज यादव जाति के उज्ज्वल चरित्र पर MY एक कलंक की तरह था। मुलायम -अखिलेश राज में मुस्लिम गुंडागर्दी बढ़ी, दंगे हुए, हिन्दू दोयम दर्जे का नागरिक बना –यादवों को कुछ नौकरियाँ फेंक दी गईं।
अतीत में जो यादव जाति धर्मरक्षक योद्धा जाति थी, दंगों में हिंदुओं को मरता देखती रही। मुलायम के समय वह मुस्लिम गुंडागर्दी का पोषक बनी। मुलायम और अखिलेश 20 वीं -21 वीं शताब्दी के जयचन्द हैं। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए इन्होंने अपनी जाति के गौरवमयी अतीत और हिंदुत्व दोनों को कलंकित किया है। आज का सांस्कृतिक जागरण इस कलंक से मुक्ति का भी प्रयास है।
कांग्रेस की दुर्दशा का मूल कारण उसका कम्युनिस्ट एजेंडे पर चलना है। कांग्रेस राष्ट्र विरोधी मुद्दों पर चलकर कम्युनिस्ट दशा को प्राप्त हुई है। जैसे हर राजवंश के पतन का एक बड़ा कारण अयोग्य उत्तराधिकारी होता है, वैसा ही नेहरू वंश के साथ घटित हो रहा है। बसपा का कोर वोटर भी अब जातिगत अस्मिता की राजनीति छोड़कर सांस्कृतिक जागरण में सहभागी बन रहा है।
राष्ट्र एक नये सांस्कृतिक जागरण के दौर से गुजर रहा है। यह जागरण सभी दिशाओं में हो रहा है। कला, संस्कृति, राजनीति सबमें परिवर्तन आ रहा है। आज कश्मीर फाइल्स रिलीज हो रही है। आइए इस जागरण के सहभागी और साक्षी बनते हैं। भांडों को गंगूबाई मुबारक पंजाब की तरह।
- यह भी पढ़े…..
- बीस फ्रुटी पैक शराब के साथ धंधेबाज गिरफ्तार
- कैसा रहा ‘आप’ के भगवंत मान का सफर?
- पारंपरिक राजनीति में बदलाव के संकेत!
- 22 की उम्र में संन्यासी बने योगी आदित्यनाथ- 26 में लोकसभा सदस्य.
- गाजीपुर की सात सीटों पर सपा की जीत, राज्यमंत्री संगीता बलवंत हारी.