बिहार शराबबंदी पर विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बीच हुई तीखी बहस
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में शराबबंदी पर विधानसभा में जमकर हंगामा हो रहा है. बीजेपी के विधायक वेल में पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे थे. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा से कहा जब तक वो अपने साथियों को लेकर सीट पर नहीं जाते उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा. इस बीच दोनों में तीखी नोकझोक हो गयी. बीजेपी ने आसन पर पक्षपात करने का आरोप लगा वॉकआउट कर दिया. इसके बाद वो सदन से बाहर विधानसभा के बरामदे में धरना पर बैठ गए. धरना पर बैठकर बीजेपी के विधायक नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने आसन से आग्रह किया कि वो पक्षपात नहीं करें
सदन के बाहर और अंदर दोनों जगह बीजेपी का हंगामा
बिहार विधानसभा में छपरा में हुए जहरीली शराब से मौत को लेकर बीजेपी के विधायक सदन के अंदर और सदन के बाहर जबरदस्त हंगामा कर रहे हैं. बीजेपी के विधायक और एमएलसी लगातार नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने मुख्यमंत्री का घेराव भी किया. मगर, इस दौरान नीतीश कुमार हंसते हुए बीजेपी के विधायक हरि भूषण के कंधे पर हाथ रखकर सदन के अंदर चले गए. इसके साथ ही, बीजेपी मांग कर रही है कि जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के आश्रितों को मुआवजा दिया जाए. हालांकि नीतीश कुमार ने इसे एक सीरे से नकार दिया है.
नीतीश कुमार ने विजय सिन्हा से इशारे में की बात
बीजेपी के द्वारा अध्यक्ष के सामने वेल में प्रदर्शन किया जा रहा था.इस दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सदन में मौजूद थे. उनके सामने बीजेपी के सदस्य लगातार इस्तीफा देने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे. इस दौरान बीजेपी ने सदन के अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगा दिया, ऐसे में मुख्यमंत्री और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा के बीच इशारों में बातचीत भी हुई. हंगामे के बीच ही सदन की कार्यवाही जारी रही.आखिरी में बीजेपी सदन से वॉकआउट कर गयी.
बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों का आंकड़ा 40 पार का चुका है. इस मुद्दे पर राज्य की सियासत गरमाई हुई है. विपक्षी दल बिहार विधानसभा से लेकर देश की संसद तक नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का भी बयान सामने आया है. उन्होंने नीतीश कुमार के ‘जो शराब पिएगा वो मरेगा’ के बयान को दोहराते हुए कहा कि ‘जो गलत करेगा उसका नतीजा भी गलत ही होगा’.
भाजपा शासित प्रदेश में जहरीली शराब से हुई अधिक मौत : तेजस्वी
डिप्टी सीएम ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जहरीली शराब की वजह से बिहार से ज्यादा मौतें गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा जैसे बीजेपी शासित राज्यों में हुई है. तब वहां के मुख्यमंत्रियों से इस्तीफा क्यों नहीं मांगा गया. उन्होंने कहा कि जब चार महीने पहले भाजपा मंत्री के रिश्तेदार के घर से शराब मिली थी या फिर जब गोपालगंज में घटना हुई थी, तब भाजपा कहां थी ?
विधानसभा में विपक्ष का रवैया ठीक नहीं : तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने गुरुवार को विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि विधानसभा में विपक्ष का रवैया बिल्कुल ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि संसद में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सांसद शकील अहमद के सवालों का जबाव देते हुए एनसीआरबी के आकड़ों को पेश किया था. उन्होंने कहा था कि पिछले 4 सालों में सबसे ज्यादा जहरीली शराब से मौत भाजपा शासित प्रदेशों में हुई है. इसमें 2016 से 2020 के बीच सबसे अधिक 1214 लोगों की मौत एमपी में हुई थी.
बिहार से ज्यादा मौत गुजरात में हुई : तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि पिछले 4 सालों में बिहार से ज्यादा गुजरात में मौत हुई है. पिछले चार सालों में गुजरात में 50 लोगों की जहरीली शराब से जान गयी है तो क्या देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इसकी जिम्मेदारी लेंगे, क्या वो इस्तीफा देंगे?
शराबबंदी को लेकर सरकार गंभीर : तेजस्वी
बीजेपी के छपरा दौरे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि ये लोग जहां जाएंगे सिर्फ माहौल खराब करेंगे. हमारी सरकार किसी को संरक्षण नहीं देती है. गलत काम करने वालों का गलत नतीजा होता है. दोषियों की बख्शा नहीं जाएगा. कार्रवाई की जा रही है, सरकार शराबबंदी को लेकर काफी गंभीर है.
सीएम ने हरिभूषण बचौल से कहा- घूम हंगामा करो
विधानसभा में जारी पक्ष और विपक्ष की तीखी नोकझोक और हंगामे के बीच सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी के विधायक हरिभूषण बचौल के कंधे पर हाथ रखकर कहा कि खूब हंगामा करो. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि अव्यवस्था फैलाने के लिए जो भी संभव उपाय हो वो आप जरूर करें. इस पर विपक्ष के नेता उनसे भिड़ गए.अध्यक्ष ने विजय सिन्हा को अपने विधायकों को सीट पर ले जाने का आग्रह किया. मगर हंगामा जारी रहा. ऐसे खफा होकर अध्यक्ष ने बीजेपी पर लोकतात्रिक व्यवस्था की हत्या करने का आरोप लगा दिया.