रघुनाथपुर में हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे
उमस भरी गर्मी से आमजनों को मिली बड़ी राहत
सुख रहे धान की फसल के लिए पंजवार नहर में पानी छोड़े जाने की मांग की राजीव श्रीवास्तव ने
बारिश से मुहर्रम जुलूस पड़ा फीका
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
बड़े दिनों के बाद ही सही आज शनिवार की दोपहर को रघुनाथपुर में हुई झ्माझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे.घंटे भर हुई तेज बारिश से सुख रहे धान को बचाया और धान रोपनी में तेजी लाने के लिए किसानों को सूचित किया।
इस बारिश की वजह से उमस भरी गर्मी से आवाम को बड़ी राहत मिली।
धान के खेतो में निकले दरार से सुख रहे खरीफ फसल को जीवित रखने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता राजीव श्रीवास्तव ने कहां की आज बिहार के सीवान जिला अंतर्गत रघुनाथपुर प्रखंड के किसानो के प्रति केंद्र सरकार एव बिहार सरकार के दोहरी नीति के कारण किसान खून के आंसू रोने को मजबूर हैं ।
ज्ञात हो की चकरी निखती पंजवार नहर में एक बूंद पानी नही है और सरकार के द्वारा पिछले दिनों अरबों रुपया खर्च कर नहर का पक्का निर्माण कराया गया जो आज उस नहर मे पानी के जगह सिर्फ बंजर घास दिख रहा है ।
किसान रोने को मजबूर हैं 48 घंटो के उक्त नहर में किसानो के फसलों की सिंचाई के लिए नहर में पानी की मांग बिहार सरकार से की है नही तो ऐतिहासिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा.बताते चले की राजीव श्रीवास्तव पिछले वर्ष भी नहर में पानी की मांग के लिए नहर में ही अनशन पर बैठ गए थे।
मुहर्रम कोई त्योहार नहीं बल्कि मातम का दिन है।मुहर्रम एक ऐसा महीना है,जिसे मुस्लिम समाज के लोग इमाम हुसैन की शहादत के गम में मनाते है।बारिश की वजह से मुहर्रम जुलूस फीका पड़
गया.मालूम हो की ताजिया जुलूस में मेला भी लगता है जिसमे दूर दूर से सभी धर्म के लोग जुलूस और मेला देखने आते है।
यह भी पढ़े
मोहर्रम को लेकर बिजली विभाग ने बनाई रणनीति
डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने के लिए कारगर है लहसुन?
पैसा गलत अकाउंट में चला जाये तो,क्या करें?
मानव जीवन के लिये प्रकृति संरक्षण जरूरी,क्यों?