दरभंगा में झंडा लगाने को लेकर भारी बवाल, दो पक्षों के बीच हुई जमकर पत्थरबाजी, कई पुलिसकर्मी हुए घायल
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार के दरभंगा जिले के मब्बी थाना क्षेत्र के शिबधारा स्थित बाजार समिति चौक पर मोहर्रम में झंडा लगाने को लेकर रविवार को दो पक्षों के बीच विवाद हो गया. देखते ही देखते पूरा क्षेत्र रणभूमि में तब्दील हो गया. एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसे देख दूसरे पक्ष के लोग भी पत्थरबाजी करने लगे, जिसमें आधे दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी को भी चोटें आईं हैं.
वहीं, पथरबाजी की घटना में सड़क के किनारे खड़े कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. घटना की सूचना मिलते नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. मामले की गंभीरता को देखते जिलाधिकारी राजीव रौशन और एसएसपी अवकाश कुमार खुद घटनास्थल पर पहुंचकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
मौके पर पहुंचे वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने कहा कि शिबधारा में मोहर्रम का झंडा लगाने को लेकर दो पक्षो में विवाद हुआ है. सूचना मिलने पर तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ सहित निकटतम सभी थाना को घटनास्थल पर भेजा गया. वहीं उन्होंने कहा कि नगर पुलिस अधीक्षक मौके पर शांति समिति के लोगों के साथ बैठक कर ही रहे थे कि कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा बैठक भंग कर उपद्रव किया जाने लगा. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई, लेकिन अभी तक चोटिल होने या किसी के सामान के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है.
दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे- एसएसपी
वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने कहा कि हमलोग अभी सीसीटीवी फुटेज और कैमरा के फुटेज की मदद से असामाजिक तत्वों की पहचान कर रहे हैं. इस घटना में मब्बी थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष को थोड़ी चोटें लगी हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि जिस जगह झंडा लगाने को लेकर विवाद हुआ है, वैसा नहीं होना चाहिए. झंडा लगाने से किसी की भावना आहत नहीं होती है. उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. यहां पर पहले भी रामनवमी के मौके पर भी झंडा लगाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसे सुलझा लिया गया था. हम लोग मामले की अनुसंधान कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे.
यह भी पढ़े
सीवान में संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम “क्रांति तीर्थ” आयोजित
क्या नौकरशाही राष्ट्रहित में कार्य नहीं कर रही है?
आज भी ‘आजाद’ से आबाद है प्रयाग!
भारतीय निर्यात का वर्तमान परिदृश्य क्या है?