हैलो पुलिस, अज्ञात अपराधियों ने मुझे लूट लिया…पहले तो मोतिहारी पुलिस भी गच्चा खा गई, फिर…
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मोबाइल का किस्त जमा करने के लिए लूट की झूठी फिल्मी कहानी बनाकर प्रपंच रचने वाला फाइनेंस कंपनी के कर्मी को मोतिहारी पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर ही पकड़ लिया. पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर सबूत जुटाकर इस पूरी कहानी का खुलासा भी कर दिया है.
वहीं लूटी गयी रकम भी बरामद कर ली गयी है. अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.एसडीपीओ ने बताया कि हरसिद्धि थाना क्षेत्र के यादवपुर निवासी राजकुमार पंडित चैतन्य फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट का काम करता है. उसने खुद फिल्मी स्टाइल में संग्रामपुर थाने में आवेदन दे कर बताया कि कलेक्शन कर लौट रहा था. इसी बीच संग्रामपुर थानाक्षेत्र के भवानीपुर के आस-पास दो बाइक एक अपाची तो दूसरा स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर सवार हो कर आए अज्ञात अपराधियों ने उससे मोबाइल, कागजात और कलेक्शन का 48290 रुपए जो लाल रंग का बैग में रखा हुआ था, उसे लूट कर फरार हो गए.
इस मामले को लेकर एसपी कांतेश मिश्रा ने अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर लूट की घटना का खुलासा करने का निर्देश दिया. इसके बाद एसडीपीओ ने तकनीकी अनुसंधान शुरू किया तो पाया कि फाइनेंसकर्मी द्वारा पैसा से भरा बैग अपनी मौसेरी बहन के घर रख कर लूटी की झूठी कहानी बनाई गई थी. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर पैसे को बरामद कर लिया गया.राजकुमार पंडित की निशानदेही पर 48, 290 रुपए, लाल रंग का बैगएक और मोबाइल एक कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
एसडीपीओ ने बताया कि फाइनेंसकर्मी राजकुमार ने 28 हजार में फोन लिया था, और वह किस्त जमा नहीं कर पा रहा था. इसलिए उसने लूट की झूठी कहानी रची. हालांकि यह कहानी अधिक देर तक चल नहीं पाई और पुलिस ने मामले का उद्भेदन कर दिया.पुलिस के अनुसार, जब इस सिलसिले में पूछताछ की तो बातचीत के लहजसे से ही पुलिस को शक हो गया. पुलिस ने जांच शुरू की तो कांड का खुलासा हो गया और पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में लूट की स्क्रिप्ट बनाकर पैसे लूटने की कहानी बनाई. लेकिन, कहानी का अंत भी पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में।किया और गिरफ्तार कर फाइनेंस कंपनी के एजेंट को जेल भेज दिया है.
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