शिक्षा विभाग द्वारा उच्च स्तरीय कमेटी का हुआ गठन
दो महीने के अंदर सौंपा जाएगा प्रतिवेदन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नीट पेपर लीक और धांधली के मामले के बीच केंद्र सरकार की ओर से परीक्षाओं के पारदर्शी होने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है. दरअसल पेपर लीक के आरोपो के बीच शिक्षा मंत्रायल की ओर से एक उच्च स्तरीय कमेटी का कठन किया गया है. इस कमेटी का अध्यक्ष पूर्व ISRO चीफ डॉ. के राधाकृष्णण को बनाया गया है.
समिति को 2 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. इस कमेटी में दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और सेंट्रल युनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद के कुलपति प्रो. बी जे राव का नाम भी शामिल है. इसके अलावा श्री पंकज बंसल, प्रो. आदित्य मित्तल , श्री गोबिंद जायसवाल और प्रो. रामामूर्ति को भी भी जगह मिली है.
कमेटी का क्या होगा काम
शिक्षा मंत्रालय की ओर बनाए गए इस पैनल में 6 सदस्य शामिल हैं. मुख्य रूप से इस पैनल का काम भविष्य में होने वाली परीक्षाओं का कैसे पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन किया जाए साथ ही मौजूदा विवाद को भी सुलझाना इस पैनल का काम होगा. पैलन अगले 2 महीने में नीट मामले की पूरी जांच करके सरकार को रिपोर्ट सौपेंगा.
क्या है मामला
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 पांच मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था. एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व रूप से 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक प्राप्त किए थे जिसमें हरियाणा के फरीदाबाद के एक केंद्र से छह अभ्यर्थियों के नाम भी शामिल हैं. इससे अनियमितताओं का संदेह पैदा हो गया. आरोप है कि ग्रेस मार्क्स दिए जाने से 67 छात्र शीर्ष रैंक पर पहुंच गए. जिसके बाद छात्रों ने विवाद शुरू किया. बाद में मामला कोर्ट में चला गया. इस मामले में कोर्ट में सुनवाई जारी है.
कोर्ट ने काउंसलिंग टालने से इनकार किया, 1563 छात्र रविवार को दोबारा परीक्षा देंगे
सुप्रीम कोर्ट ने छह जुलाई से शुरू होने वाली नीट-यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया को स्थगित करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया और कहा कि यह ऐसी प्रक्रिया नहीं है, जिसे जब चाहे शुरू एवं जब चाहे बंद कर दिया जाए. इसके साथ ही मुद्दे पर राजनीतिक विवाद जारी रहा. नीट और यूजीसी-नेट के संचालन में खामियों को लेकर आलोचना झेल रही राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) रविवार को 1,563 अभ्यर्थियों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा दोबारा आयोजित करने की तैयारी कर रही है. इन अभ्यर्थियों को छह केंद्रों पर समय के नुकसान के चलते ग्रेस मार्क्स प्रदान किए गए थे.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस ने नीट परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन किए और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा शासन में यह मुद्दा एक राष्ट्रीय समस्या बन गया है, जिसने करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है.
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