यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक.
भारत की सुरक्षा तैयारियों और मौजूदा वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा.
मारे गए भारतीय छात्र नवीन के शव को लाने में लग सकता है समय.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
रूस और यूक्रेन के बीच अब जंग तेज हो गई है। एक और जहां दोनों देशों के बीच वार्ता की कोशिशें हो रही है। वहीं, दूसरी और दोनों देश एक-दूसरे पर हमले भी तेज कर रहे हैं। इस बीच, द कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के डिप्टी पीएम इरिना वीरेशचुक के हवाले से बताया है कि यूक्रेन ने 12 मार्च को मानवीय गलियारों के माध्यम से 13,000 नागरिकों को निकाला है।
वहीं, यूपी में मिली प्रचंड जीत के बाद योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली दौरे पर पहुंच गए हैं। अपने दिल्ली पर योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे। इसके बाद गृहमंत्री के साथ होने वाली बैठक में सरकार के गठन को लेकर मंथन होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के संदर्भ में भारत की सुरक्षा तैयारियों और मौजूदा वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत की सुरक्षा तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
यूक्रेन-रूस युद्ध में मारे गए भारतीय एमबीबीएस छात्र नवीन (Naveen Shekharappa) के शव को भारत लाने में अभी और समय लग सकता है। कर्नाटक के सीएम बासवराज बोम्मई ने आज बताया कि यूक्रेन में लगातार गोलाबारी हो रही है। ऐसे में शव को लाने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि नवीन शेखरप्पा के पार्थिव शरीर को वापस लाने की प्रक्रिया वहां गोलाबारी रुकने के बाद जल्द फिर से शुरू की जाएगी। इस बीच बोम्मई ने बताया कि विदेश मंत्रालय इसपर काम कर रहा है।
युद्ध के 10वें दिन गई थी नवीन की जान
बता दें कि रूस द्वारा यूक्रेन पर लगातार गोलीबारी और बमबारी की जा रही है। इसी गोलीबारी का शिकार नवीन हो गए थे। गौरतलब है कि युद्ध के 10वें दिन नवीन एक सुपरमार्किट में खाना लेने के लिए लाइन में लगे थे और उसी दौरान उनपर ये हमला हो गया था। नवीन की मौके पर ही मौत हो गई थी।
मेडिकल के छात्र थे नवीन
21 वर्षीय एमबीबीएस छात्र नवीन खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे थे। जानकारी के अनुसार नवीन अन्य छात्रों के साथ बंकर में रह रहे थे लेकिन वहां से कुछ देर के लिए निकलना ही उनको महंगा पड़ गया। बता दें कि यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई भारत से काफी कम खर्चे में हो जाती है। यही कारण है कि नवीन वहां अपनी मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे।
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