महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन
श्रीनारद मीडिया, मोतिहारी, (बिहार):
महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में राजभाषा प्रकोष्ठ तथा हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। हिन्दी दिवस समारोह से हिन्दी पखवाड़ा-2024 का आरम्भ किया गया। केंद्रीय विश्वविद्यालय में हिन्दी पखवाड़ा का आयोजन 14 सितंबर से 30 सितम्बर तक किया जाएगा। इसके अंतर्गत स्वरचित काव्यपाठ प्रतियोगिता, हिन्दी कार्यशाला, राजभाषा प्रश्नोत्तरी, निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा ।
हिन्दी दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता मानविकी एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने की। हिन्दी विभाग के आचार्य प्रो. राजेंद्र सिंह कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष, हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. गोविन्द प्रसाद वर्मा कार्यक्रम के संयोजक तथा हिन्दी अधिकारी श्रद्धा नंद पांडेय आयोजन सचिव थे। हिन्दी विभाग की शोधार्थी सुनंदा गराईं तथा विकास कुमार कार्यक्रम में सह -संयोजक थे।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो.प्रसून दत्त सिंह ने कहा कि हिन्दी का भविष्य स्वर्णिम है, आगे हिन्दी का और भी विकास होगा। हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित किया जाना चाहिए।प्रो. राजेंद्र सिंह ने हिन्दी के विकास में अहिंदी भाषियों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि हिन्दी को राजभाषा बनाने में सभी भाषा-भाषियों का महत्त्वपूर्ण योगदान है। डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने राजभाषा हिन्दी की विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिन्दी भाषा राजभाषा के रूप में अमृत काल में प्रवेश कर रही है।
राजभाषा से आगे बढ़कर इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा बनाया जाना चाहिए। डॉ. गोविन्द प्रसाद वर्मा ने विषय प्रवेश करते हुए कहा कि आज हिन्दी का विकास हो रहा है, किन्तु अंग्रेजी शब्दावली हिन्दी में प्रवेश कर रही है, जिससे बचना चाहिए। शैक्षिक अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. पाथलोट ओंकार ने हिन्दी भाषा की समृद्ध भाषिक परम्परा की चर्चा की। पूर्व शिक्षा पदाधिकारी श्री बी एल साहू ने हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग पर बल दिया। कार्यक्रम में देसरी महाविद्यालय, वैशाली के सह आचार्य डॉ. अभयनाथ सिंह भी उपस्थित थे।
हिन्दी दिवस के अवसर पर मनीष त्रिगुणायत, सच्चिदानंद, मुकेश कुमार,कुलदीप, संजीत कुमार, अनन्या सिंह, रूपेश कुमार, अंजू कुमारी अमनदीप और मनु भगत ने भी अपने विचार प्रकट किये एवं कविता प्रस्तुत की।
प्रेमचंद जयंती के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को भी हिन्दी दिवस कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया। कविता कुमारी को प्रथम, रुपेश कुमार को द्वितीय एवं शिवानी कुमारी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
हिन्दी दिवस कार्यक्रम का आरम्भ रुद्राणी के मंगलाचरण से हुआ। कार्यक्रम के अंत में श्रद्धा नन्द पांडेय, हिन्दी अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रतीक ओझा द्वारा किया गया।
रघुनाथपुर में पहली बार हुआ भवन निर्माण मजदूरो का निबंधन
डॉ. संजीव कुमारी को केरल के राज्यपाल द्वारा ‘भाषा विभूति सम्मान’
रघुनाथपुर : ब्रह्मचारी बाबा के स्थान पर शुरू हुआ अखंड कीर्तन
हिंदी के प्रति लगाव बढ़ाने के लिए प्रतिभाओं को किया गया पुरस्कृत
दारौंदा के सरकारी विद्यालयों में मुफ्त पुस्तक एवं FLN किट का वितरण
गया के पंचानपुर थानाध्यक्ष की अनोखी पहल : थाने में लग रहे अनाथ बच्चों का पाठशाला