अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जमकर हुई होली
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कर दिया था अनुमति देने से इनकार
एनआरएसी हाल के परिसर में करीब 100 हिंदू छात्रों ने होली खेली। खूक रंग-गुलाल उड़ाया। छात्र नेता ने 80 किलो गुलाल, 20 किलो गुझिया, पांच किलो नमकीन और 150 पानी की बोतलों का इंतजाम किया था। छात्र नेता ने बताया कि एएमयू प्रशासन व एनआरसीसी प्रोवोस्ट की ओर से आयोजन में केाई मदद नहीं मिली।
हाल के परिसर में चारों ओर पोस्टर जरूर लगवा दिए थे कि आप सीसीटीवी कैमरों की नजर में हैं। जबकि हेप्पी होली के पोस्टर लगवाने चाहिए थे। म्यूजिक सिस्टम लगाने की अनुमति भी नहीं दी। सीओ सिविल लाइन अभय कुमार पांडेय ने बताया कि एनआरएससी क्लब में छात्रों की होली शांति पूर्वक रही। छात्रों को ही हाल परिसर में होली खेलने की एएमयू प्रशासन ने अनुमि दी थी।
सीट को लेकर मारामारी
अलीगढ़: होली पर ट्रेनों में सवार होने को लेकर यात्रियों में मारामारी रही। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बसों में भी यही हाल रहा। मसूदाबाद व सेटेलाइट बस स्टैंड पर भी यही हाल देखा गया। बसों में सीट घेरने को लेकर बच्चों को खिड़कियों से चढ़ाया गया।विशेष बात यह रही कि रोडवेज द्वारा चलाईं गई अतिरिक्त बसों का लाभ यात्रियों को नहीं मिला। दो दिवसीय रंगों का त्योहार होली गुरुवार से शुरू हो गया। ऐसे लोग जो अपने घरों से दूर रहकर नौकरी व व्यवसाय कर रहे हैं, वे होली पर अपने घरों को सुबह से ही लौट रहे हैं। इस कारण सुबह दिल्ली की ओर जाने वाली ईएमयू व दिल्ली से अलीगढ़ आने वाली ट्रेनों में सुबह से ही ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ देखी गई।
इसके साथ-साथ दिल्ली की ओर से बिहार की ओर जाने बरौनी एक्सप्रेस, नंदन कानन एक्सप्रेस, वाली महानंदा एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस,स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस आदि एक्सप्रेस ट्रेनों में सुबह से ही यात्रियों की भीड़ चल रही थी। इसके साथ-साथ कोलकाता की ओर जाने वाली कामाख्या एक्सप्रेस, नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस आदि एक्सप्रेस ट्रेनों में तीन दिन से भीड़ देखी गई। लेकिन रात में दिल्ली से आने वालों में ट्रेनों में सवार होने के लिए यात्रियों में धक्का-मुक्की हुई। इससे महिलाओं की गोदी में लगे बच्चे रोने लगे।
ट्रेन में सवार होने के दौरान भीड़ के चलते कई यात्रियों के बेग की तनी टूट गई। इससे यात्रियों को दिक्कतें हुईं। इसके अलावा मसूदाबाद बस स्टैंड व सूतमील स्थित सेटेलाइट बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ देखी गई। बसों में सीट घेरने के लिए बच्चों को खिड़कियों से प्रवेश कराया जा रहा है। रोडवेज द्वारा किए गए इंतजाम कागजी साबित नजर आए। रोडवेज द्वारा चलाईं गई 150 अतिरिक्त बसों का लाभ यात्रियों को नहीं मिला।