कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का डेल्‍टा प्‍लस वेरियंट?

कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का डेल्‍टा प्‍लस वेरियंट?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में लगातार 15 दिनों में कमी देखी जा रही है। इस समय कोविड-19 के नए मामले 5 प्रतिशत से भी कम हैं। इसके मध्यनजर लॉकडाउन की पाबंदियां हटाई जा सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी लॉकडाउन की पाबंदियां हटाने की सिफारिश की थी। वहीं, दूसरी तरफ, विशेषज्ञ दूसरी लहर के खत्म होने की घोषणा करने से हिचक रहे हैं। देश में मंगलवार को नए कोविड-19 केस की संख्या 42,640 रही, जो पिछले 91 दिनों में सबसे कम है। साथ ही संक्रमण दर 3.21 प्रतिशत भी हो गई है। संक्रमण दर कम होने की वजह से ऐसा लगने लगा है कि कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने ही वाली हो और यह प्रतिबंध हटाने का एक अच्छा समय है। हालांकि, विशेषज्ञों की मानें तो अभी हमें सावधानी बरतने की बेहद जरूरत है।

एम्स एसोसिएट प्रोफेसर, जैव रसायन विभाग डॉ सुभद्रदीप करमाकर ने कहा कि हर वेरिएंट एक अलग तरह की क्‍लीनिकल प्रतिक्रिया के साथ आता है। पिछले संस्करण में, ऑक्सीजन का स्तर गिर रहा था, लेकिन हमें नहीं पता कि डेल्टा प्लस स्वरूप आने वाले दिनों में किस तरह के परिणाम लाएगा। स्कूल ऑफ नेचुरल साइंसेज (एसओएनएस), शिव नादर विश्वविद्यालय, दिल्ली एनसीआर में एसोसिएट प्रोफेसर नागा सुरेश वीरापू ने कहा कि संक्रमण दर जितनी तेजी से बढ़ी, उतनी ही तेजी से गिर गई। जैसा पहले ही विशेषज्ञों ने बताया था। हमें डेल्टा वेरिएंट से भी सावधान रहने की जरूरत है।

प्रोफेसर नागा सुरेश वीरापू ने आगे कहा कि इस साल फरवरी में भारत ने पहली लहर के अंत का जश्न मना रहा था और दूसरी लहर को नजरअंदाज कर दिया था। सार्वजनिक नीति विशेषज्ञ चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि जहां मामले कम हो रहे हैं, वहीं मामलों की संख्या अभी भी बहुत ज्यादा है।

दिल्ली के फिजिशियन-एपिडेमियोलॉजिस्ट और हेल्थ सिस्टम्स एक्सपर्ट ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर टेस्ट पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है, लेकिन अभी भी कई जिले ऐसे हैं जहां टीपीआर 5 फीसदी से ऊपर है। उन्होंने आगे कहा कि दूसरी लहर खत्म हो गई है ये मानने से पहले हमें टीपीआर के 5 प्रतिशत से नीचे आने देना चाहिए।

वैज्ञानिक गौतम मेनन ने लहरिया से सहमति जताते हुए कहा कि केरल जैसे कुछ राज्यों में अभी सकारात्मकता दर 5 प्रतिशत से अधिक देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर परीक्षण को दर्शाता है या यदि वहां स्थिति में अभी भी सुधार होना है।

महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर ने देेशभर में जो तांडव मचाया उसे देखते हुए केंद्र अब फूंक फूंक कर कदम उठा रहा है। इस क्रम में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर पहले से ही पूरी तरह सतर्क है। कोरोना वायरस केे नए वैरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ को लेकर जल्द ही भारतीय SARS-CoV-2 जीनोम सिक्वेंसिंग कंसोर्टिया (INSACOG) की ओर से बुलेटिन जारी की जाएगी। केंद्र डेल्टा प्लस को लेकर सावधान है और पूरी नजर रख रहा है ताकि इसे फैलने से रोकने के लिए समय से उचित कदम उठाई जा सके। यह जानकारी सरकारी सूत्रों के जरिए दी गई है।

डेल्टा प्लस से संक्रमण के मामले तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्‍ट्र और मध्‍यप्रदेश में सामने आ चुके हैं।सोमवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जानकारी दी कि राज्य में डेल्टा प्लस के 21 मामले सामने आए हैं। उन्होंने आगे जानकारी दी कि ये मामले रत्नगिरी के जलगांव, मुंबई, पालघर, सिंंधुदुर्ग और ठाणे में मिला।

नीति आयोग के सदस्‍य डॉक्‍टर वीके पॉल ने भी कहा कि सरकार देश में इसकी संभावित मौजूदगी पर लगातार निगाह बनाए हुए है और इसे रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय तेजी से किए जा रहे हैं। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने वायरस के इस नए वैरिएंट डेल्टा प्लस को कंसर्न की लिस्‍ट में शामिल किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 24 घंटों केे दौरान भारत में कोरोना के 42,640 नए मामले आए। ये आंकड़े पिछले 91 दिनों के बाद 50 हजार से कम रिकॉर्ड किए गए हैं। भारत में अभी कोरोना संक्रमण के कुल सक्रिय मामलों का आंकड़ा 6,62,521 है जो 79 दिनों बाद 7 लाख से कम हुआ है। देश भर में पिछले 24 घंटों में 81,839 लोगों ने कोरोना को मात दी है। इसके बाद से अब तक कुल स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 2,89,26,038 हो गया। मंत्रालय के अनुसार रिकवरी रेट 96.49% हो गया है वहीं साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 फीसद से कम हो गई है।

ये भी पढ़े…

Leave a Reply

error: Content is protected !!