कैसे ले सकते हैं 5G सेवा का लाभ?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

देश में 1 अक्टूबर से टेलिकॉम कंपनियां 5G नेटवर्क सर्विस शुरू करने जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लांच करेंगे। फिलहाल यह सेवा चुनिंदा जगहों पर ही मिलेगी। पहले चरण में देश के सभी महानगरों समेत 13 शहरों में इसे शुरू किया जाएगा, आगे धीरे-धीरे इसका विस्तार होगा।

4G से बेहतर इस सेवा के इस्तेमाल के लिए आपके स्मार्टफोन का 5G इनेबल्ड होना जरूरी है। 5G को लेकर आपके मन में कई सवाल होंगे, उनके जवाब के लिए जागरण प्राइम ने सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) एस पी कोचर, IIT खड़गपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार दत्ता और टेलिकॉम एक्सपर्ट हेमंत उपाध्याय से बात की। आइये जानते हैं 5G नेटवर्क सर्विस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।

5जी क्या है?

यह 5वीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है। 1G, 2G, 3G और 4G के बाद यह नया वैश्विक वायरलेस मानक है। इसे 4G से 30 गुना तक तेज माना जा रहा है। इसे मशीनों, वस्तुओं और उपकरणों सहित लगभग सभी को और सब कुछ एक साथ जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

5G का आविष्कार किसने किया?

कोई एक कंपनी या व्यक्ति 5G का मालिक नहीं है। मोबाइल नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में कई कंपनियां हैं जो 5G नेटवर्क को आपके इस्तेमाल के लायक बना रही हैं।

अभी यह सेवा कितने शहरों में शुरू होगी?

सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5G सेवाओं का उदघाटन 1 अक्टूबर को करेंगे। पहले चरण में इसे 13 शहरों में रोल आउट किया जाएगा, जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, चंडीगढ़, गुरुग्राम, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, गांधीनगर, अहमदाबाद और जामनगर शामिल हैं। कंपनियों का कहना है कि दो साल में पूरे देश में यह सेवा शुरू हो जाएगी।

5G सर्विस का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?

सबसे पहले तो आपका फोन 5G इनेबल्ड होना चाहिए। फोन की सेटिंग्स में मोबाइल नेटवर्क में जा कर 5G सेवाओं को इनेबल करना होगा। रिलायंस जियो ग्राहकों को इसके लिए नया सिम लेना पड़ेगा। कंपनी के अनुसार महानगरों समेत प्रमुख शहरों में दिवाली के आसपास 5G का सिम मिलने लगेगा। दिसंबर 2023 तक देश के हर शहर में इसकी 5G सेवा शुरू हो जाएगी। एयरटेल के CEO गोपाल विट्ठल के मुताबिक कंपनी के सभी ग्राहकों के सिम पहले से ही 5G सुविधा के लिए सक्षम हैं।

पिछली पीढ़ियों के मोबाइल नेटवर्क और 5G में क्या अंतर है?

पहली पीढ़ी (1G) – 1980 के दशक में आए 1G ने एनालॉग आवाज दी।

दूसरी पीढ़ी (2G) – 1990 के दशक की शुरुआत में आई। इसने डिजिटल वॉयस (जैसे सीडीएमए- कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस) की शुरुआत की।

तीसरी पीढ़ी (3G) – 2000 के दशक की शुरुआत में आई। इसके साथ 3G मोबाइल डेटा (जैसे CDMA2000)शुरू हुआ।

चौथी पीढ़ी – (4G) – यह 2010 के दशक में आई। 4G LTE ने मोबाइल ब्रॉडबैंड के युग की शुरुआत की।

1G, 2G, 3G, और 4G सभी को मिला कर 5G बना है। इसे पहले से अधिक कनेक्टिविटी के लिए डिज़ाइन किया गया है।

4जी की तुलना में 5जी कितना तेज है?

विभिन्न रिपोर्ट में इसे 100 गुना तेज बताया गया है। हालांकि, एयरटेल के अनुसार 4जी की तुलना में 5जी 20 से 30 गुना तेज होगा। 5G को IMT-2020 आवश्यकताओं के आधार पर 20 Gbps तक की पीक डेटा दर देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसकी पीक डेटा दर 20 गीगाबिट-प्रति-सेकंड (Gbps) और औसत डेटा दर 100+ मेगाबिट-प्रति-सेकंड (Mbps) तक पहुंच सकती है। हाई स्पीड के अलावा 5G को अधिक नेटवर्क क्षमता प्रदान करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है।

5G का आम व्यक्ति के जीवन पर कैसे प्रभाव पड़ेगा ?

ले.जनरल (रि.) एस पी कोचर, डायरेक्टर जनरल ऑफ सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया कहते हैं कि 5G के जरिए हमें तेज़ डाउनलोड और अपलोड स्पीड मिलेगी, कई उपकरणों को एक साथ जोड़ा जा सकेगा। विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AR),आभासी वास्तविकता (VR) और IoT के क्षेत्र में ये काफी उपयोगी साबित होगा।

संभव है कि आप अपने मोबाइल फोन में 5G का इस्तेमाल देर से करें लेकिन आपके जीवन में कई तरह के उपकरणों और सुविधाओं के जरिए इसका असर दिखना जल्द शुरू हो जाएगा। उदाहरण के लिए, क्लाउड सेवाओं तक तत्काल पहुंच, मल्टीप्लेयर क्लाउड गेमिंग, वास्तविक अनुभव के साथ ऑनलाइन खरीदारी और रियल-टाइम वीडियो अनुवाद जैसी बहुत सी सुविधाएं जल्दी मिलने लगेंगी।

दुनिया में किन क्षेत्रों में 5G का उपयोग किया जा रहा है?

टेलिकॉम एक्सपर्ट हेमंत उपाध्याय कहते हैं कि मोटे तौर पर, 5G का उपयोग तीन मुख्य प्रकार की कनेक्टेड सेवाओं में किया जाता है। इनमें एडवांस मोबाइल ब्रॉडबैंड, महत्वपूर्ण संचार और बड़े पैमाने पर IoT शामिल हैं। 5G को इस लिहाज से डिजाइन किया गया है कि इसका इस्तेमाल भविष्य की सेवाओं के लिए भी किया जा सके हैं।

क्या 5G होम इंटरनेट सेवा को बदल देगा?

5G मौजूदा ब्रॉडबैंड के लिए वायरलेस मॉडम विकल्प प्रदान करके घरेलू इंटरनेट सेवा को और बेहतर बना सकता है। इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी) अब 5जी इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करके ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सकते हैं।

5G की सुविधा लेने के लिए क्या नया फोन चाहिए ?

हां, इसके लिए 5G इनेबल्ड स्मार्टफोन जरूरी है। उदाहरण के लिए, स्नैपड्रैगन 5G मोबाइल प्लेटफॉर्म द्वारा संचालित स्मार्टफोन 5G सेवा के लिए सक्षम हैं। लगभग सभी स्मार्टफोन कंपनियों ने 5G इनेबल्ड मोबाइल फोन लांच किए हैं। अपने फोन में सेटिंग्स या फीचर्स में जा कर ये चेक कर सकते हैं की आपका फोन 5G सर्विस को सपोर्ट करेगा कि नहीं। जैसे-जैसे 5G नेटवर्क का विस्तार होगा, अधिक स्मार्टफोन और कैरियर सब्सक्रिप्शन उपलब्ध होंगे।

क्या 5G सर्विस की कीमत क्या बहुत अधिक होगी?

टेलिकॉम कंपनियां 4G और 5G के टेरिफ में ज्यादा अंतर नहीं रखेंगी। विशेषज्ञों के मुताबिक 4G और 5G टैरिफ में अंतर अधिक होने पर ग्राहक 5G सेवा को अपनाने में संकोच करेंगे। अगर ग्राहक 5G सेवा को अपनाते हैं तो डेटा अधिक इस्तेमाल करेंगे जिससे टेलिकॉम कंपनियों को फायदा होगा।

5G की आगे क्या होगी प्राइसिंग?

दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक 5G सेवाओं की कीमत बहुत अधिक नहीं होगी। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि उपभोक्ताओं के लिए कीमतें सस्ती रहें। उन्होंने कहा, “सबसे पहले, यह एक व्यापक प्रस्ताव होगा। न केवल निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियां, बल्कि बीएसएनएल भी 18 से 24 महीनों में 5जी सेवा शुरू करेगी।”

5G तकनीक के क्या बड़े फायदे होंगे?

5G एक इंटीग्रेटेड और सक्षम एयर इंटरफेस है। इसे मोबाइल नेटवर्क को सशक्त बनाने और नई सेवाएं देने के लिए बेहतर क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है। 5G सुरक्षित परिवहन, टेलीमेडिसिन सेवा, सटीक कृषि आकलन और भविष्यवाणियां, डिजिटल लॉजिस्टिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसी कई नई सेवाओं को हकीकत बनाएगा।

5G किस प्रकार 4G से बेहतर है?

• 5जी, 4जी से काफी तेज है

• 5G की क्षमता 4G से अधिक है

• 5G एक एकीकृत मंच है जो 4G से अधिक सक्षम है

• 5G, 4G से बेहतर स्पेक्ट्रम का उपयोग करता है

• 4G की तुलना में 5G में कम स्पेक्ट्रम में ज्यादा लोग सेवा ले सकेंगे

 

5G में स्पेक्ट्रम का उपयोग कैसे होता है?

टेलिकॉम एक्सपर्ट हेमंत उपाध्याय कहते हैं कि 5G को उपलब्ध स्पेक्ट्रम को रेगुलेटरी मानकों के तहत एक स्पेक्ट्रम के हर बिट का अधिकतम लाभ उठाने के लिए डिज़ाइन किया गया है – 1 गीगाहर्ट्ज़ से नीचे के निम्न बैंड से लेकर 1 गीगाहर्ट्ज़ से 6 गीगाहर्ट्ज़ के मध्य बैंड तक, मिलीमीटर तरंग के रूप में जाने जाने वाले उच्च बैंड तक।

क्या 5G के आने से 4G खत्म हो जाएगा?

नहीं। लेफ्टिनेंट जनरल एस पी कोचर के मुताबिक 4G और 5G काफी समय तक एक साथ उपलब्ध रहेंगे। ग्राहकों को भी 5G डिवाइस अपनाने में अभी कुछ समय लगेगा।

क्या 5G के इस्तेमाल से फोन की बैटरी लाइफ प्रभावित होगी?

हां, दुनिया के कई हिस्सों में जहां 5G सेवा शुरू हुई है वहां यूजर्स ने इसकी शिकायत की है। दरअसल स्पीड अधिक होने के कारण एक साथ कई एप्लीकेशन खुली होने पर भी ग्राहकों को पता नहीं चलता और उनके डिवाइस की बैटरी खत्म होती रहती है। कुछ मोबाइल गेम और सॉफ्टवेयर ज्यादा बैटरी की खपत करते हैं, उनसे आपकी बैटरी सामान्य से अधिक तेजी से समाप्त हो सकती है।

5G अभी किन देशों में इस्तेमाल हो रहा है?

ग्लोबल मोबाइल सप्लायर्स एसोसिएशन (GSA) के मुताबिक जनवरी 2021 तक 61 देशों के 144 ऑपरेटर्स ने 5G सर्विस की शुरुआत कर दी है। वहीं 131 देशों के 413 ऑपरेटर्स इसकी कोशिश में लगे हैं। Ookla के 5G नेटवर्क ट्रैकर के अनुसार, भारत बिना 5G नेटवर्क वाले प्रमुख देशों में से एक है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे भारत के पड़ोसी देशों में भी यह सेवा नहीं है, लेकिन श्रीलंका में है। एरिक्सन का अनुमान है कि 2027 तक दुनिया की 75% आबादी के पास 5G सेवा की एक्सेस होगी।

3GB डेटा कितनी देर में डाउनलोड होगा?

औसत गति से 3GB की मूवी डाउनलोड करने में इतना समय लगेगाः-

3जी: 1 घंटा, 8 मिनट

4जी: 40 मिनट

4जी एलटीई: 27 मिनट

गीगाबिट एलटीई: 61 सेकंड

5जी: 35 सेकंड

(स्रोतः technology information and advice)

स्वास्थ्य के लिहाज से 5G कितना सुरक्षित है?

IIT खड़गपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार दत्ता के मुताबिक 5G तकनीक पूरी तरह सुरक्षित है। इसे कई पैरामीटर पर चेक किया गया है। 4G की तुलना में 5G में कम पावर का इस्तेमाल किया जाता है।

5G का नेटवर्क कमजोर आ रहा हो तो क्या करना होगा?

5G नेटवर्क में ज्यादा टावर की जरूरत होती है। ऐसे में नेटवर्क कमजोर होने की संभावना कम है। लेकिन अगर ऐसा होता है तो छोटे एंटीना या बूस्टर लगा कर नेटवर्क को बूस्ट किया जा सकता है।

5G में भी कॉल ड्रॉप होगी?

कॉल ड्रॉप की समस्या का संबंध 4G या 5G से नहीं है। जब किसी टावर पर बहुत अधिक लोड होता है और आपके फोन को सिग्नल नहीं मिलता है तो कॉल ड्राप हो जाती है। 5G में आपको बेहतर नेटवर्क मिलेगा क्योंकि इसमें टावर संख्या अधिक होती है। अगर आपके फोन को हल्का सिग्नल भी मिलेगा तो बेहतर क्वालिटी मिलेगी।

क्या वर्तमान टावर ही काम आएंगे?

5G के लिए सात मीटर से ज्यादा कोई भी टावर या ऊंची जगह इक्विपमेंट लगाने के लिए काफी होगी। ऐसे में आने वाले समय में आपको अपने घर के पास किसी ऊंची बाउंड्री, बिजली या फोन के पोल जैसी जगहों पर भी 5G के ट्रांसमीटर लगे दिखाई देंगे।

5G का सबसे ज्यादा फायदा किसको होगा?

5G का सबसे ज्यादा फायदा कंपनियों को होगा। उनके लिए अपने सिस्टम को ऑटोमेट करना आसान होगा। इससे उनकी लागत घट जाएगी और प्रबंधन बेहतर होगा।

5G की सेवाएं सबसे पहले मेट्रो शहरों में ही मिलेंगी क्या?

5G की सेवाएं लागू करने के कुछ आधार हैं। सबसे पहले ये देखना होगा कि जहां सेवा देनी है वहां फाइबर उपलब्ध है कि नहीं। वहीं कंपनियां मांग और निवेश पर रिटर्न को भी ध्यान रखेंगी। सरकार की पॉलिसी को भी ध्यान में रखा जाएगा। लेकिन धीरे-धीरे शहरों और गांवों सभी जगहों पर 5G सेवा उपलब्ध करा दी जाएंगी।

अमेरिका में कुछ एयरलाइंस ने 5G का विरोध करते हुए कहा था कि इससे विमान के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में दिक्कत आ सकती है। क्या भारत में भी ऐसी ही समस्या होगी?

अमेरिका में 5G अच्छी तरह से काम कर रहा है। दरअसल 5G नेटवर्क को बेहद सावधानी से और सभी तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। ऐसे में किसी तरह की दिक्कत आने की संभावना न के बराबर है।

आपके इलाके में 5G सर्विस है या नहीं ये कैसे पता लगेगा?

कोई भी टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनी अगर आपके इलाके में 5G सर्विस शुरू करेगी तो वो इसके बारे में प्रचार-प्रसार करेगी। कंपनियां उपभोक्ताओं को मैसेज या मेल के जरिए भी नई सेवा के विकल्प और टैरिफ के बारे में बता सकती है।

5G के लिए इक्विपमेंट क्या चीन से आए हैं?

नहीं। सरकार ने 5G सर्विस शुरू करने की किसी भी प्रक्रिया में चीनी कंपनियों के शामिल होने पर रोक लगा रखी है। पश्चिमी देशों की कुछ कंपनियों से 5G सर्विस शुरू करने में मदद ली जा रही है।

5G गांवों के लिए कितना उपयोगी है?

IIT खड़गपुर के डॉ. अमित कुमार दत्ता कहते हैं कि भारत के गांवों के लिए 5G बहुत उपयोगी है। 4G में बड़े टावर लगाने होते हैं, इसलिए सीमित टावर ही लगाए जाते हैं। लेकिन 5G में छोटे और बड़े कई टावरों का विकल्प है। किसी गांव में कम लोग रहते हैं तो वहां कुछ छोटे टावर लगा कर बेहतर सुविधा दी जा सकेगी।

क्या 5G फाइबर के जरिए मिलने वाली इंटरनेट सेवा से बेहतर होगा?

नहीं, फाइबर के जरिए मिलने वाली नेटवर्क सेवा 5G से बेहतर ही रहेगी। दरअसल 5G एक वायरलेस सेवा है। ऐसे में जहां भी टावर और रिसीवर के बीच अड़चन आएगी, तो नेटवर्क की गुणवत्ता प्रभावित होगी।

 

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