कैसा रहा ‘आप’ के भगवंत मान का सफर?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कामेडी के जरिये लोगों के बीच अपनी पहचान बनाने वाले कामेडियन भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की दहलीज पर पहुंचने में सफल हुए। हास्य कैसेटों व टैली फिल्मों में चुटकले सुनाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले भगवंत मान ने 2011 में मनप्रीत सिंह बादल की पीपल्स पार्टी आफ पंजाब के जरिये राजनीतिक के मंच पर कदम रखा।
राजनीति में आने के बाद भगवंत मान ने लोगों के आंखों में आंसु देखकर पंजाब को खुशहाल पंजाब बनाने का सपना देखा और 10 मार्च 2022 को उनकी अगुआई में आम आदमी पार्टी ने पंजाब भर में शानदार जीत हासिल की व भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की दहलीज पर जा पहुंचे। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान भगवंत मान के लोकसभा हलका संगरूर की दस सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत का परचम फहाया।
संगरूर के गांव सतौज में साइंस अध्यापक स्वर्गीय महिंदर सिंह व हरपाल कौर के घर भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को हुआ। उन्होंने अपनी प्राथमिक पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्कूल में की। सातवीं व आठवीं कक्षा की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल तोलावाल से पूरी की। इसके बाद नौंवी व दसवीं की पढ़ाई चीमां से की व ग्रेजुएशन शहीद ऊधम सिंह सुनाम से प्राप्त की।
यहीं से भगवंत मान ने कलाकारी की दुनिया में कदम रखा व अपनी हास्यमय चुटकलों व अन्य प्रस्तुति से लोगों के बीच अपना पहचान बनाने लगे। धीरे-धीरे भगवंत मान कालेज के यूथ मेले में हिस्सा लेने लगे हैं व हास्य कलाकार के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ते गए, जिसकी बदौलत दो बार उन्हें पंजाबी यूनिवर्सिटी में गोल्ड पदक भी हासिल हुआ।
1992 में आई थी पहली कैसेट
1992 में उनकी पहली कैसेट गोभी दीए कच्चीए व्यापारणें आई। इसके बाद करीब दो दर्जन कैसेट मार्केट में आईं, जिन्हें लोगों ने खूब सराहा। भगवंत मान सहित कलाकार कर्मजीत अनमोल, जगतार जग्गी, बिन्नू ढिल्लो ने मिलकर जुगनू कहंदा है प्रोग्राम के जरिये प्रसिद्धि हासिल की। वर्ष 2008 में भगवंत मान ने टीवी शो दा ग्रेट इंडिया लाफ्टर चैलेंज में भाग लिया व दुनिया भर में अपनी कामेडी के जरिये लोगों के दिलों में राज किया। इस दौरान कई पंजाबी व अन्य कामेडी फिल्मों में भी अहम भूमिका अदा की व उनकी हाल ही में आई फिल्म एमएलए साहब भी लोगों ने खूब पसंद की।
2012 में पीपीपी से हलका लहरा पर विधानसभा चुनाव लड़ा
भगवंत मान ने वर्ष 2012 दौरान पीपीपी से हलका लहरा पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन इस चुनाव में राजिंदर कौर भट्ठल को 44706 वोट व भगवंत मान 26136 वोट से तीसरे स्थान पर रहे थे। इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया व लोकसभा हलका संगरूर से आम आदमी पार्टी की टिकट पर पहली बार 2014 में जीत हासिल की तथा दोबारा वर्ष 2019 में लगातार दूसरी जीत दर्ज करके संसद की सीढ़ियां चढ़े।
आम आदमी पार्टी के इकलौते सांसद भगवंत मान ने इलाके में आम आदमी पार्टी को नई ताकत प्रदान की। अब वर्ष 2022 आम आदमी पार्टी ने जहां भगवंत मान को मुख्यमंत्री पंजाब पद का दावेदार बनाकर पंजाब में मास्टर स्ट्रोक खेला, वहीं उन्हें हलका धूरी से मैदान में उतारा। धूरी हलके से लोकसभा चुनाव दौरान भगवंत मान को बड़ी लीड मिलती रही, जिसके चलते भगंवत मान के लिए धूरी सीट पर पचास हजार के अंतर से जीत दर्ज की गई। अगले दिनों में भगवंत मान खटकड़कलां में शपथ ग्रहण करेंगे। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में से बेरोजगारी, नशा, माफिया खत्म करना व शिक्षा के ढांचे को बेहतर बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
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