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सेना पर हमला करने वाले तीनों आतंकवादी मारे गए,कैसे?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अखनूर सेक्टर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाये गये अभियान में भारतीय सेना ने आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया और बड़ी सफलता हाथ लगी. सेना के अधिकारी ने बताया, सेना के काफिले पर हमला करने वाले तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया है. इसके लिए सेना ने एआई और मानव रहित वाहनों का इस्तेमाल किया.

मानव रहित वाहन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से सेना के जवानों को मिली बड़ी सफलता

अखनूर मुठभेड़ पर भारतीय सेना के मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने कहा, हमने मानव रहित वाहन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया है जिससे हमें त्वरित और सफल परिणाम मिले. उन्होंने आगे कहा, हमने एक आर्मी डॉग खो दिया – जब हम सर्च ऑपरेशन कर रहे थे तो वह आगे था, और आतंकवादियों ने डॉग पर गोलियां चलाईं. उसके बलिदान के कारण ही कई लोगों की जान बचाई जा सकी. इस ऑपरेशन के बाद, ऐसी जानकारी फैल रही थी कि सेना ने BMP का इस्तेमाल किया था. हमने उस तरह के वाहन का इस्तेमाल किया था क्योंकि वह इलाका कठिन था, 30 डिग्री की ढलान और घने जंगल के साथ इसलिए हमने आतंकवादियों का पता लगाने के बाद वहां पहुंचने के लिए उन वाहनों का इस्तेमाल किया.

बड़े हमले की तैयारी में थे आतंकवादी

भारतीय सेना के मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने कहा, जब इन लोगों (आतंकवादियों) का पता चला, तो हमें गांव से सूचना मिली और इसलिए हमारी प्रतिक्रिया त्वरित थी. जिस उद्देश्य से वे आए थे, वह पूरा नहीं हुआ और इसलिए उन्होंने हमारे काफिले पर गोलीबारी की. जिस तरह से आतंकवादी हथियारों से लैस थे, हमें लगता है कि वे किसी बड़े उद्देश्य से यहां आए थे. आतंकवादी संगठनों ने यह भी पोस्ट किया था कि वे कुछ बड़ा करने की योजना बना रहे हैं. इसलिए, हम तैयार थे और खुफिया एजेंसियों सहित सभी संगठन समन्वय में काम कर रहे थे.

सेना के जवानों ने हमला करने वाले एक आतंकवादी को सोमवार को ही मार गिराया था. उसके बाद वन क्षेत्र में छिपे दो आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया. इस तरह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई है.

एलओसी के पास सेना के काफिले पर आतंकवादियों ने किया था हमला

नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सोमवार को सुबह सुरक्षा बलों के काफिले में शामिल सेना की एंबुलेन्स पर गोलीबारी करने वाले तीन आतंकवादियों में से एक को विशेष बलों और राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) कमांडो द्वारा शुरू किए गए अभियान में शाम तक मार गिराया गया. अभियान के दौरान बीएमपी-द्वितीय पैदल सेना लड़ाकू वाहनों का इस्तेमाल किया गया. अधिकारियों ने बताया कि अन्य दो आतंकवादियों को मंगलवार को सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने बट्टल-खौर क्षेत्र के जोगवान गांव में अस्सन मंदिर के पास हमले के दो घंटे के बाद मार गिराया था.

मंगलवार सुबह सेना के जवान और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी

रात भर की निगरानी के बाद आज सुबह भीषण गोलीबारी हुई, जिसके परिणामस्वरूप हमारे सुरक्षा बलों को जीत मिली. सेना की जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, इस सफल अभियान में युद्ध जैसे सामान की बरामदगी भी हुई, जो क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

रविवार रात आतंकवादियों ने किया था घुसपैठ

अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि ये आतंकवादी रविवार रात सीमा पार से घुसपैठ कर घुसे और सेना के काफिले को निशाना बनाया था. अधिकारी ने बताया, सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह करीब सात बजे खौर के भट्टल ऐरा में छिपे आतंकवादियों पर हमला शुरू किया, जिसके बाद फिर से मुठभेड़ शुरू हो गई. कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि के बीच जम्मू क्षेत्र में मुठभेड़ की यह हालिया घटना हुई है, जहां पिछले दो सप्ताह में सात हमले हुए हैं. इन हमलों में दो सैनिक शहीद हो गए और 11 आम नागरिक मारे गए.

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