पौष्टिक आहार गर्भवती महिलाओ सहित गर्भ में पल रहे शिशु के लिए अनिवार्य … डॉ. रुपाली
श्रीनारद मीडिया‚ एम सावर्ण‚ भगवानपुर हाट , सीवान (बिहार)
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सोमवार को प्रखंड मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शिविर का आयोजन किया गया। इसमें प्रखंड अंतर्गत पंजीकृत सौ से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच की गई और उनके बीच आयरन सिरप व गोली का वितरण किया गया।इस दौरान गर्भवती महिलाओं की एचआईवी व एएनसी की जांच की गई तथा प्रसव के दौरान होने वाली समस्या से उन्हें अवगत कराया गया। जांच के उपरांत महिला चिकित्सक डॉ. रुपाली रस्तोगी ने कहा कि अधिकतर यह देखा जाता है कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान खून की कमी, हाइपोटेंशन, एक्लेम्सिया की शिकायत हो जाती है, जो बहुत ही खतरनाक लक्षण होते हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओें की प्रसव पूर्व चार बार जांच की जाती है ताकि, गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के दौरान प्रसव की जटिलता न आए और महिलाओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।उन्होंने ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को पोष्टिक भोजन लेना चाहिए।तथा कोई भी परेशानी हो तो चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।उन्होंने ने बताया कि इसके तहत प्रथम प्रसव पूर्व जांच गर्भावस्था के तीन माह के भीतर करा लेना चाहिए। इसी तरह दूसरी जांच गर्भावस्था के चौथे से छठे माह में, तीसरी जांच सातवें से आठवें माह में तथा चौथा गर्भावस्था के नौवें माह में कराना चाहिए।जांच के दौरान जीएनएम व अन्य महिला स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थीं ।
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