पत्नी के शव को ला रहे पति की सड़क दुर्घटना में मौत.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
रामगढ़ जिला अंतर्गत गोला प्रखंड के रोला गांव निवासी धनीराम तुरी उर्फ रेंगटा तुरी एवं इसकी पत्नी सुमित्रा देवी का सोमवार को घर से एक साथ अर्थी निकला. इस दौरान इनके परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे. जबकि यह दृश्य देख सभी लोगों के आंखों से आंसू छलक आये. उधर, श्मशान घाट में दोनों को एक ही साथ मिट्टी में दफनाया गया. शव यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए.
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह में इलाज के दौरान धनीराम तुरी की पत्नी सुमित्रा देवी की मौत बोकारो के अस्पताल में हो गयी थी. इसके शव को एंबुलेंस में लेकर घर लौटने के दौरान बाइक से पीछे-पीछे आ रहे धनीराम तुरी एवं उतासारा निवासी बबलू रजवार की मौत कार की चपेट में आने से हो गयी थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम कराने के बाद सोमवार को परिजनों को सौंप दिया.
इधर, शव जैसे ही गांव पहुंचा. गांव का माहौल गमगीन हो गया. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. बताया जाता है कि मृतक दंपती अपने पीछे दो पुत्री एवं दो पुत्र को छोड़ गये. परिजनों ने बताया कि धनीराम तुरी की पहली शादी गांव में ही लगभग 20 वर्ष पहले कारी देवी के साथ हुआ था.
शादी के एक वर्ष बाद पहली पत्नी की मौत पुत्र को जन्म देने के दो दिन बाद हो गया था. इसके बाद उसने बच्चे के लालन-पालन करने के लिए पेटरवार के गोपालपुर निवासी सुमित्रा देवी के साथ दूसरी शादी की थी. इससे दो पुत्री नेहा कुमारी 18 वर्ष, प्रियंका कुमारी 10 वर्ष एवं एक पुत्र अरविंद कुमार सात वर्ष है. जबकि पहली पत्नी के पुत्र अशोक तुरी की शादी हो चुकी है. बताया जाता है कि धनीराम तुरी राज मिस्त्री का काम करता था. दोनों की मौत के बाद इनके बच्चे बेसहारा हो गये हैं.
विधायक ने की आर्थिक सहयोग
रोला निवासी दंपती की मौत पर विधायक ममता देवी सोमवार को इसके घर पहुंची. इस दौरान उन्होंने शोक संवेदना प्रकट करते हुए विधायक ने मृतक के परिजनों से मिल कर उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि एक साथ दोनों के गुजरने से बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है. उन्होंने परिजनों को आर्थिक सहयोग भी की. साथ ही हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया.
मौके पर बीडीओ संतोष कुमार, सुधीर कुमार मंगलेश, अमित कुमार, गौरीशंकर महतो, संजय कुमार सहित कई लोग शामिल थे. इनके मृत्यु पर गांव के अर्जुन प्रसाद, प्रवीण कुमार, भुनेश्वर तुरी, नरघु महतो, सुरेंद्र तुरी, अघनु मुंडा, बिगल तुरी, बालेंद्र तुरी, छेदी तुरी, संजय महतो सहित गांव के अन्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है.