पिया भईलन गुलरी के फूलवा ये रामा, पिया भईलन—
* लोकगायक प्रद्युम्न परदेशी और रोशन राज के बीच चला चैता मुकाबला
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
ग्रामीण अंचल में आज भी चैता गायन की समृद्ध परंपरा जीवंत है। इसके तहत जिले के बड़हरिया
प्रखंड के कोइरीगांवा -यमुनागढ़ स्थित महाकाल शिवमंदिर के प्रांगण में महाकाल शिवमंदिर के प्रथम स्थापना दिवस पर चैता का शानदार मुकाबला आयोजित हुआ। जिसमें व्यास परदुमन परदेशी और व्यास रोशन राज के बीच रातभर मुकाबला चलता रहा।
इसका उद्घाटन आयोजक बाल्मीकि कुमार अश्विनी, समाजसेवी डॉ अशरफ अली, भाजपा नेता डॉ अनिल गिरि,अभिनेता मंटू लाल,जदयू नेता नागेंद्र सिंह,पैक्स अध्यक्ष विद्याभूषण वर्मा, भारद्वाज कुशवाहा आदि ने व्यासों को फूलमाला पहनाकर और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। वहीं अभिनेता मंटू लाल ने यज्ञ समिति के सदस्यों और आरती समिति के सदस्यों को फूलमालाओं और अंगवस्त्र से सम्मानित किया। जबकि आयोजन कमेटी के सदस्यों ने सभी आगंतुकों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन किशोर श्रीवास्तव ने किया।
इस मौके पर डॉ अशरफ अली ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से सामाजिक समरसता बढ़ती है। उन्होंने कमेटी सदस्यों के इस आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि सांस्कृतिक प्रवाह के लिए समाज को इसकी जरूरत है। इसमें जिंदगी की तमाम गतिविधियों का चित्रण होता है। वहीं भाजपा नेता डॉ अनिल गिरि ने कहा कि चैता गायन में राष्ट्रभक्ति, धार्मिकता, सामाजिक तानाबाना सहित जिंदगी के तमाम पहलू शामिल होते हैं।
वहीं दोनों व्यासों ने गायन की शुरुआत सुमिरन से किया। उसके बाद ‘ पिया पलटनिया कईसे होई गेहूं की कटनिया, पिया भईले गुलरी के फूल, पिया परदेशिया सहित अन्य पारंपरिक चैता का गायन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मौके पर भारद्वाज कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, नरेंद्र सिंह,सच्चिदानंद यादव, बबलू सिंह, रीतेश कुशवाहा शिक्षक मनोज कुमार, सोनू कुशवाहा, चुन्नू सिंह,वीरेंद्र साह,सुनील चंद्रवंशी, गुड्डू सोनी, बृजकिशोर सिंह,धर्मनाथ सिंह, राजेश सिंह, आनंद गिरि, नीतीश कुमार सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।