I.N.D.I.A Alliance : गठबंधन में 28 दल होंगे शामिल!
पटना में केजरीवाल खफा, बेंगलुरु में नीतीश…अब मुंबई में किसकी बारी?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
आइएनडीआइए गठबंधन की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर के बीच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में होगी। इस बैठक को लेकर विपक्षी दलों की ओर से पूरी तैयारियां भी कर ली गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मुंबई में होनी वाली बैठक में विपक्षी कुनबा बढ़ सकता है।
मुंबई में होने वाली बैठक में 28 दल होंगे शामिल
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने दावा करते हुए बताया कि बेंगलुरु में हुई मीटिंग में 26 पार्टियों ने शिरकत की थी, लेकिन मुंबई में होनी वाली बैठक में 28 पार्टियां शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि आइएनडीआइए गठबंधन की तीसरी बैठक महाराष्ट्र में होने जा रही है। जैसे I.N.D.I.A बढ़ेगा, वैसे ही चीन पीछे हटेगा।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने आइएनडीआइए गठबंधन की बैठक को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने और BJP के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आए हैं। एजेंडे पर चर्चा की जाएगी और हम उसी के अनुसार आगे की चीजें तय करेंगे।
मायावती की पार्टी अकेले लड़ेगी विधानसभा और लोकसभा चुनाव
बता दें कि बेंगलुरु में हुई आइएनडीआइए की दूसरी बैठक में 26 दल शामिल हुए थे। अब ये संख्या 28 हो गई है। ऐसा भी माना जा रहा है कि तीन-चार दल और भी जुड़ सकते हैं। हालांकि, बसपा प्रमुख मायावती ने विपक्षी गठबंधन में शामिल होने को लेकर अपना स्टैंड साफ कर दिया है। मायवाती ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी।
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, राजग, जेडीयू समेत कई विपक्षी पार्टियां I.N.D.I.A गठबंधन के तहत आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकजुट तो हुई हैं, लेकिन आज भी कहीं न कहीं मनमुटाव देखने को मिल रहा है।
विपक्ष की विभिन्न राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय पार्टियां आपसी सामनजस्य बनाने के लिए दो बार बैठकें कर चुकी हैं। I.N.D.I.A गठबंधन में कई मुद्दों पर सहमति बन गई है और कई मुद्दों पर अभी बातचीत का दौरा जारी है। इस बीच अब विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक (India Alliance agenda) मुंबई में 1 सितंबर को होने वाली है।
चाहे पटना की बैठक हो या बेंगलुरु की, दोनों बैठकों से एक दिन पहले विपक्षी दलों में एक राय बनती नहीं दिखी है। दो बैठकों में विभिन्न नेताओं की नाराजगी की खबर सामने आने के बाद, अब तीसरी बैठक पर सबकी निगाहें है…
पहली बैठक में केजरीवाल ने दिखाई नाराजगी
I.N.D.I.A गठबंधन के सूत्रधार कहे जाने वाले जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार द्वारा पटना में बुलाई गई पहली बैठक में भी मनमुटाव देखने को मिला था। यहां विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद जब प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई तो AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल उससे नदारद दिखे।
दरअसल, केजरीवाल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए दिल्ली की सेवाओं से संबंधित बिल के विरोध में कांग्रेस का साथ चाहते थे। यही कारण था कि वो दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे।
दूसरी बैठक में नीतीश हुए खफा
कर्नाटक के बेंगलुरु में हुई I.N.D.I.A गठबंधन की दूसरी बैठक में भी विपक्षी पार्टियों में मनमुटाव देखने को मिला। दरअसल, इस बैठक में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन का नाम तय हुआ और जानकारों का मानना है कि नीतीश से इस नाम पर चर्चा तक नहीं की गई। नाम का एलान किए जाने के बाद नीतीश भी केजरीवाल की तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए। हालांकि, उन्होंने इसकी वजह कुछ और बताई।
तीसरी बैठक में अब क्या होगा?
I.N.D.I.A गठबंधन की तीसरी बैठक अब मुंबई में होने वाली है। इस बैठक में यह पता चलेगा कि गठबंधन में सब ठीक है या नहीं। बैठक में इसी के साथ कई नए फैसले भी हो सकते हैं।
AAP नेताओं के बयान से मचा बवाल
- बता दें कि आज आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने अरविंद केजरीवाल को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की पैरवी की।
- पीएम पद के उम्मीदवार की मांग के बाद कई वरिष्ठ नेताओं को सफाई तक देने आना पड़ा।
- कांग्रेस की और से भी बयानबाजी देखने को मिली।
- अब देखना ये होगा कि तीसरी बैठक में इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाने की बात उठती है या विभिन्न दलों के नेता ऐसे ही अपने मनमुटाव दिखाते रहेंगे।
लोगो और झंडे पर हो सकता है फैसला
गठबंधन की तीसरी बैठक में लोगो और एक ही झंडे पर विचार विमर्श हो सकता है। विपक्षी पार्टियां इन दोनों का मुद्दों पर एक राय बनाकर अपनी रैलियों में इसी का इस्तेमाल करेंगी।
कुनबा बढ़ाना और सीटों पर सहमति भी एजेंडे में
गठबंधन एक ओर जहां अपना कुनबा बढ़ाने पर लगा है, तो दूसरी ओर विभिन्न सीटों पर एक उम्मीदवार खड़ा करने पर भी सहमति बनाने की कोशिश में है। बता दें कि विपक्ष की पहली बैठक में 15 दल शामिल हुए थे, वहीं दूसरी में 26 दल शामिल हुए थे। अब कुनबा और बढ़ने की संभावना है।
राहुल गांधी को आईएनडीआईए गठबंधन का चेहरा बनाने के छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की चाहत को भी सांसद ने खारिज कर दिया है। सांसद ने कहा कि इससे गठबंधन में फूट पड़ जाएगी। कहा कि किसी भी धर्म पर सवाल उठाना सही नहीं है। यह मजहबी मामला है। वे क्या कहते हैं ये वे जानें।
सांसद ने कहा कि यदि पहले ही पीएम का नाम सामने ला दिया तो गठबंधन में अभी से दरार पड़ जाएगी। सांसद ने बीजेपी का नाम लिए बगैर कहा कि हालात बिगाड़ा जा रहा है।