मजदूर का बेटा अगर मजदूर ही बनेगा तो करोड़ों खर्च करने का क्या फायदा-केके पाठक
शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट तैयार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में धीरे-धीरे ही सही शिक्षा की तस्वीर बदल रही है. बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का बीड़ा उठा चुके शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक लगातार राज्यभर के सरकारी स्कूलों और शिक्षक प्रशिक्षण केंद्रों का घूम घूमकर जायजा ले रहे हैं. शुक्रवार को केके पाठक पश्चिम चंपारण के बेतिया पहुंचे, जहां उन्होंने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और शिक्षकों को खूब हड़काया.
राज्यकर्मी का दर्जा के लिए 8 घंटे ड्यूटी देना होगा
उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार तभी संभव है जब शिक्षकों का सहयोग मिलेगा. स्कूल समय से चलेगा और कक्षाएं पूरी होंगी. हम सबको अनुशासित तरीके से काम करना होगा. इस दौरान शिक्षक मदन मोहन तिवारी ने स्कूल का समय 5 बजे से घटाकर 4 बजे करने का प्रस्ताव रखा. इसपर केके पाठक ने कहा कि राज्यकर्मी का दर्जा के लिए 8 घंटे ड्यूटी देना होगा. अनुशासन में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी.
दल बल के साथ बेतिया पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कुमारबाग डायट का भी निरीक्षण किया. केके पाठक ने कहा कि किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आप शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं तो आपको समय से स्कूल आना होगा. आप वेतन ले रहे हैं तो आपको पढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण में शत प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने डायट में प्रशिक्षण संबंधित सुविधाओं का जायजा लिया. शिक्षकों के लिए खाना बनाने वाले कैंटीन की बदहाल स्थिति पर पाठक ने चिंता जताई.
बिहार में अब हालात बदल रहे हैं
डायट में प्रशिक्षण ले रहे 440 प्रधानाध्यापकों को संबोधित करते हुए केके पाठक काफी सख्त दिखे. अपने संबोधन के क्रम में उन्होंने कहा कि आठवीं का छात्र ठीक से किताब नहीं पढ़ पाता है . उसका पिता मजदूर है. आप उसे क्या पढ़ा रहे हैं. आप उसे क्या बनना चाह रहे हैं. ऐसी स्थिति रहेगी कि जब मजदूर का बेटा मजदूर ही बने, तो शिक्षा पर 50 हजार करोड़ खर्च करने का क्या फायदा? शिक्षकों के सहयोग से शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ है. पहले 65 फीसदी स्कूलों में 50 फीसदी से भी कम बच्चों की उपस्थिति होती थी, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं.
बिहार में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग लगातार सख्त फैसले ले रहा है और शिक्षकों के साथ साथ लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन शुरू हो गया है. केके पाठक के निर्देश पर शिक्षा विभाग के प्रशासनिक निदेशक सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने मधुबनी के पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया है.
विद्यालय पदस्थापन पत्र नहीं दिया गया
शिक्षा विभाग के प्रशासनिक निदेशक सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि बबीता चौरसिया द्वारा नवगठित बीपीएससी शिक्षक संघ से संबंधित मामले में संलग्न 15 अभ्यर्थियों में से दीपक कुमार मिश्रा, प्रकाश चंद्र साहू सहित अन्य को विद्यालय पदस्थापन पत्र नहीं दिया गया. जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार के द्वारा तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार से मामले की जानकारी ली गई.
शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट तैयार
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा का दूसरा चरण 15 दिसंबर को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. इसके बाद से परिणाम और नियुक्ति का इंतजार का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है. दूसरे चरण की विद्यालय अध्यापकों की परीक्षा परिणाम घोषित करने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है.
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट निकलना शुक्रवार देर रात से शुरू होने की संभावना है. गुरुवार को ओएमआर शीट की स्कैनिंग का काम पूरा हो गया है. इधर, शिक्षा विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है. शिक्षा विभाग काउंसलिंग की तैयारी में जुट गया है. वहीं 25 दिसंबर से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू होंगे, इसके लिए शिक्षा विभाग अलग से शेड्यूल जारी करेगा.
कब आएगा रिजल्ट
दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट निकलना शुक्रवार (22 दिसंबर) देर रात से शुरू होने की संभावना है. गुरुवार को बीपीएससी द्वारा ली गयी सभी शिक्षक संवर्गों हेडमास्टर, प्राथमिक, मध्य , माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के नियुक्ति परीक्षाओं के ओएमआर शीट का स्कैनिंग पूरा हो गया. शुक्रवार को इसके आधार पर रिजल्ट निकालने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
एक सप्ताह के भीतर सभी श्रेणियों के रिजल्ट निकाल दिया जाएगा
विश्वस्त सूत्र की मानें तो पहले चरण में हेडमास्टर और मध्य विद्यालय का रिजल्ट दिया जायेगा जो शुक्रवार देर रात या शनिवार को जारी कर दिया जायेगा. उसके बाद प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और उच्च माध्यमिक विद्यालय शिक्षक श्रेणी का रिजल्ट दिया जायेगा और अगले एक सप्ताह के भीतर सभी श्रेणियों के रिजल्ट निकाल दिये जायेंगे.
बता दें कि बीपीएससी ने विभिन्न श्रेणियों के प्रश्न पुस्तिका का दो प्रोविजनल आंसर की पहले ही जारी कर दिया है और आपत्ति का समय देकर अंतिम आंसर की भी निर्धारित कर लिया गया है.
काउंसिलिंग के लिए तैयारी शुरू
शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बीते दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आने वाले नये शिक्षकों के योगदान कराने की तैयारियां करने का निर्देश जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है. निर्देश मिलने के बाद विभिन्न जिलों में शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. काउंसिलिंग के लिए जरूरी तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस काम में विभाग के लिपिकों को भी लगा दिया गया है. हालांकि काउंसलिंग की प्रक्रिया को लेकर अभी भी तमाम आशंकाएं हैं. यह देखते हुए कि इस बार भी शिक्षकों की स्कूलों में योगदान की प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही होनी है. अभी तक काउंसलिंग योगदान के लिए ही की जाती रही है.
BPSC Teacher Result 2023: कैसे डाउनलोड करें परीक्षा परिणाम ?
- स्टेप 1: बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जाएं.
- स्टेप 2: रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करें.
- स्टेप 3: जिस विषय की आपने परीक्षा दी है उसका पीडीएफ डाउनलोड करें.
- स्टेप 4: आपका बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 का परिणाम स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा.
- स्टेप 5: चयनित उम्मीदवारों की डिटेल चेक करें.
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