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भारत की वैश्विक भूमिका बढ़ेगी तो विदेशी मीडिया का प्रभाव बढ़ेगा - श्रीनारद मीडिया

भारत की वैश्विक भूमिका बढ़ेगी तो विदेशी मीडिया का प्रभाव बढ़ेगा

भारत की वैश्विक भूमिका बढ़ेगी तो विदेशी मीडिया का प्रभाव बढ़ेगा

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आतंकवाद से कैसे निपटती है मोदी सरकार ?

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

 विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को बड़ी बात कही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत बड़ा हो रहा है और इसकी प्रगति कई मायनों में दुनिया के बाकी हिस्सों को आकार देगी, जिसके कारण बाकी दुनिया इसे अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करने की कोशिश कर रही है, खासकर मीडिया के माध्यम से।

दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि यह जरूरी नहीं है कि सरकारें ही देश को प्रभावित करती हैं, यह अक्सर वर्तमान समय में मीडिया द्वारा किया जाता है।

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “बाकी दुनिया भी इसे अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। आपने अल जज़ीरा का नाम लिया। लेकिन मैं केवल एक व्यापक बिंदु कहूंगा जो अन्य आउटलेट्स, संगठनों पर भी लागू होगा। क्योंकि हम बड़े हो रहे हैं, क्योंकि हम बेहतर कर रहे हैं, जिस वजह से कई मायनों में हमारी प्रगति बाकी दुनिया को आकार देगी।”

उन्होंने कहा, “प्रभावित करने के लिए सरकारों की जरूरत नहीं होती है। अक्सर ये काम मीडिया द्वारा किया जाता है। अगर आप आज देखें, तो मीडिया से जिस तरह की टिप्पणियां आ रही हैं, जिस तरह की राय बनाने, उसे अंदर लेने की कोशिशें हो रही हैं, मुझे लगता है कि ये सभी प्रभाव डालने के खेल का हिस्सा है।”

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत को वैश्वीकृत दुनिया में इन ‘वास्तविकताओं’ का मुकाबला करने के लिए खुद को स्वीकार करना चाहिए और तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें इसके बारे में जागरूक होना चाहिए, वैश्विक रूप से हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि ये वास्तविकताएं हैं और हमें इसके लिए खुद को तैयार करना चाहिए। जैसा कि मैंने कहा, जहां जवाब देने की जरूरत है, हम जवाब देते हैं और अगर है तो इसे नजरअंदाज करने या इससे निपटने के तरीके खोजने की जरूरत है, हम ऐसा करेंगे।”

बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत में लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश विदेशी शक्तियां कर रही हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा था कि दुनिया “सिर्फ राय देने से ज्यादा” करने की कोशिश कर रही है और इस बात पर जोर दिया कि ऐसे प्रयास अंततः “असफल” रहेंगे।

उन्होंने कहा था, “मुझे लगता है कि यह विरोध केवल 4 जून तक रहेगा। उसके बाद इन लोगों के पास न तो शक्ति होगी और न ही अस्तित्व रहेगा। केवल मेरे देश की शक्ति और हमारे उज्ज्वल लोकतंत्र का अस्तित्व रहेगा। दुनिया भारत के लोकतंत्र को एक नए नजरिए से देखेगी। मैं देख सकता हूं कि दुनिया हमारे चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने कहा, “वे सिर्फ अपनी राय नहीं दे रहे हैं बल्कि हमारे चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे।”

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में विकसित भारत 2047 कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान आतंकवाद, विदेश नीति सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

एस जयशंकर ने कहा कि आज के समय भारत की छवि ऐसी है कि जहां पर मित्रता निभाने की जरूरत होती है, वहां हम दोस्ती निभाते हैं, लेकिन हम निष्पक्ष फैसला लेते हैं। दुनिया समझ चुकी है कि आज का भारत काफी हद तक बदल चुका है। एस जयशंकर के ‘आज का भारत’ का मतलब है कि जब 2014 से लेकर अब तक।

आज का भारत बदल चुका है: एस जयशंकर

एस जयशंकर ने आगे आतंकवाद का जिक्र करते हुए कांग्रेस और भाजपा शासन की तुलना की। उन्होंने कहा,”मुंबई हमलों में क्या हुआ और उरी और बालाकोट में क्या हुआ। आज का भारत आतंकवाद के साथ अलग तरीके से निपटता है। हमारे सैनिक चीन की सीमा पर डटे हुए हैं। हम पर रूस से तेल न खरीदने का दबाव था। हमारे हितों के लिए रूस से तेल खरीदना जरूरी था तो हमने रूस से तेल खरीदा।”

विदेश मंत्री ने कैशलेस लेन-देन का किया जिक्र

एस जयशंकर ने  डिजिटलीकरण का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार में भारत काफी डिजिटल हो चुका है। एसजयशंकर ने छात्रों से पूछा कि आप में से कितने लोग आज कैश का यूज करते हैं? उन्होंने कैशलेस लेनदेन के महत्व का भी जिक्र किया।

एस जयशंकर ने कहा,”आज के समय देश प्रति माह 10-11 बिलियन कैशलेस लेनदेन करता है। अमेरिका एक वर्ष में 4 बिलियन डिजिटलीकरण लेन-देन करता है। चीन एक वर्ष में अधिकतम 20 बिलियन लेन-देन डिजिटल माध्यम से करता है।”विदेश मंत्री ने आगे कहा कि कुछ समय में भारत तीसरा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बनने जा रहा है।

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