स्कूल बस छूट गया तो छात्र घर आकर लगा ली फांसी
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
मध्य प्रदेश के बैतूल में स्कूल नहीं जा पाने के कारण 9वीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना बैतूल के चोपना थाना क्षेत्र के आम दोष गांव की है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.राहुल सरदार आमडोह गांव से 6 किमी दूर चोपना के सरकारी स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ता था. वह गांव के अन्य बच्चों के साथ यात्री बस से स्कूल जाता था.
सोमवार सुबह 9 बजे वह स्कूल जाने के लिए घर से निकला. स्टॉप पर पहुंचते ही बस आई, लेकिन बस भरी होने के कारण कंडक्टर ने स्कूली बच्चों को बैठाने से इनकार कर दिया. इसके चलते राहुल समेत अन्य बच्चे घर लौट गए.स्कूल मिस नहीं करना चाहता था राहुल बताया जा रहा है कि राहुल स्कूल मिस नहीं करना चाहता था. स्कूल नहीं पहुंच पाने से दुखी राहुल घर के पीछे की ओर चला गया.
थोड़ी देर बाद जब वह नजर नहीं आया तो मां उसे तलाशते हुए पीछे पहुंची, जहां वह पेड़ पर लटका हुआ था. राहुल के पिता मुंबई में कारपेंटरी का काम करते हैं. वे अभी मुंबई में ही हैं. राहुल के चाचा कनिक का कहना है कि उनकी भाभी ने बताया कि स्कूल जा रहा था लेकिन बस चूक जाने से स्कूल नहीं जा पाया और घर लौट आया. थोड़ी देर बाद ही घर के पीछे उसने पेड़ पर लटककर फांसी लगा ली.
खुदकुशी का सही कारण जांच के बाद ही चलेगा पता डॉ. अभिनव शुक्ला का कहना है कि फिलहाल राहुल की खुदकुशी का सही कारण जांच के बाद ही पता चल पाएगा. आजकल डिप्रेशन के कारण कई छात्र एवं युवा आत्महत्या कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर बच्चों की बढ़ रही एक्टिविटी बहुत हद तक इसके लिए जिम्मेदार है. परिवार को ऐसे में बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देने की जरूरत है.घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी रवि शाक्य का कहना है कि मृतक की मां ने बताया कि राहुल सुबह 9 बजे स्कूल जाने के लिए निकला था लेकिन उसकी बस छूट गई और वह गुस्से में घर आया थोड़ी देर बाद पेड़ पर लटका पाया गया.