क्या वक्फ विधेयक 2024 पास हो गया तो मस्जिदें व कब्रिस्तान छिन जाएंगे?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

वक्फ संशोधन विधेयक पर सत्ता और विपक्ष के बीच मचे घमासान के मध्य एक वीडियो ने खलबली मचा दी है। वीडियो में लोगों से वक्फ विधेयक का विरोध करने की अपील की जा रही है। लाउडस्पीकर के माध्यम से कुछ लोग गली-गली विधेयक के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।

लोगों से विधेयक के खिलाफ अपनी राय देने की गुजारिश भी की जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर यह बिल पास हो गया तो हमारी मस्जिद, मजार और कब्रिस्तान छिन जाएंगे। वीडियो पर गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी प्रतिक्रिया दी है।

मदरसे छिन जायेंगे, कब्रिस्तान छिन जायेंगे, उनकी प्रॉपर्टी छिन जाएंगी… कुछ ऐसी ही बातों कहते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों का समूह अपने मोहल्लों की गलियों, मस्जिदों और मदरसों के पास जमा हो रहे हैं. यहां एक बार कोड दिया जा रहा है और इसको स्कैन कर वक्फ बोर्ड बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति के पास इसका विरोध दर्ज करवाने का आह्वान किया जा रहा है.

बता दें कि वर्तमान में संसद की संयुक्त समिति इस बिल पर चर्चा कर रही है और जरूरी बदलाव के बाद यह बिल दोबारा सरकार के पास भेजा जाएगा. इसके बाद यह बिल संसद में दोबारा पेश होगा और बहस के बाद कानून का रूप लेगा. इसी के विरोध को लेकर मुस्लिम समुदाय के बीच मुस्लिम संगठनों के लोग घूम रहे हैं और विरोध की आवाज बुलंद करने के लिए कह रहे हैं.

दरअसल, वक्फ बोर्ड बिल को रिजेक्ट करने को लेकर सीमांचल के इलाके में मुस्लिम आबादी बहुल मोहल्ले में खास अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में कटिहार के मुस्लिम आबादी बहुत चौधरी मोहल्ला मिलन चौक मस्जिद के दीवार पर इस बिल के खिलाफ वोटिंग के लिए बाकायदा स्कैनर के पोस्टर चस्पा किया गया है. इसमें लोग मोबाइल के सहारे स्कैन करते हुए इस बिल के खिलाफ वोट डाल रहे हैं. आखिर सीमांचल के इलाके में रिजेक्ट वक्फ बोर्ड एमेंडमेंट बिल को लेकर क्यों चलाया जा रहा है, और विशेष अभियान और इस बिल को लेकर क्या समझ रहे हैं.

बता दें कि मुस्लिम समाज के लोगों के बीच सार्वजनिक रूप से कहा जा रहा है कि यदि वक्फ बोर्ड बिल पास हो गया तो मुसलमानों से मस्जिदें छिन जाएंगीं. मुसलमान झुंड बनाकर, गली-गली घूमकर झूठे प्रचार कर भ्रम फैला रहे हैं. मुस्लिम लोगों से वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ ईमेल करने की अपील की जा रही है. गौरतलब है कि मुस्लिम संगठनों ने एक खास QR कोड बनाया गया है, जिसकी सहायता से सीधे उस पेज पर जाया जा सकता है, जहां इस बिल के खिलाफ अपनी राय दर्ज की जा सके.

आल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने बीते शुक्रवार को बेंगलुरू में इस सिलसिले में एक मीटिंग का आयोजन किया था. इस मीटिंग में सर्व सम्मति से ये प्रस्ताव पारित किया गया कि वक्फ बिल के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे. इस प्रस्तावित कानून के खिलाफ देश के ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों को एक जुट किया जाएगा. इसके बाद से ही पूरे देश के मुसलमानों के बीच वक्फ बिल पर विरोध को लेकर बताया जा रहा है. जाहिर है यह साफ दिख रहा है कि वक्फ संशोधन बिल की खिलाफत के लिए तमाम मुस्लिम संगठन लामबंद हो रहे हैं.

बता दें कि वक्फ संशोधन बिल बीते मानसून सत्र में संसद में लाया गया था और विपक्ष के नेताओं के विरोध के बाद इसे संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया गया. वर्तमान में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल संसद की संयुक्त समिति इस बिल पर चर्चा कर रही है और जरूरी बदलाव के बाद यह बिल दोबारा सरकार के पास भेजा जाएगा. इसके बाद यह बिल संसद में दोबारा पेश होगा और बहस के बाद कानून का रूप लेगा. लेकिन इसके पहले लोगों से भी रायशुमारी की जा रही है.

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