पट्टीदारों में जमीनी समझौता नहींं हुआ तो लोगों ने बना दिया बाजार का मुख्य कुड़ास्थल
रसूलपुर चट्टी को महामारी का दे रहा निमंत्रण
श्रीनारद मीडिया‚ सागर कुमार‚ रसूलपुर‚ सारण (बिहार)
कहावत है कि घर फूटे गंवार लूटे।यह साबित कर रहा है रसूलपुर चट्टी के बीचो बीच स्थित कुड़ास्थल । चट्टी पर चैनपुर रसूलपुर रोड को जोड़ने वाली लाकठछपरा सड़क से गुजरने वाले राहियों के बीच यह विशाल कुड़ास्थल चर्चा का विषय रहता है और लोगों के मुंह से बरबस उपरोक्त कहावत निकल जाता है ।
दिन ब दिन विशालकाय बनता जा रहा कुड़ा का यह ढ़ेर लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। सड़े गले कुड़े की गंध से लोगों का राह चलना मुश्किल होता जा रहा है तो साथ ही किसी महामारी को भी खुला निमंत्रण दे रहा है यह कुड़ा स्थल।स्थानीय दुकादार मनोज सोनी व रंजीत सोनी कहते हैं कि गांव के भीतर से भी लोग यहां कुड़े फेंकने के लिए आते हैं।
आसपास के व्यावसायी मनोज बैठा ,नन्हे सोनी, पप्पू शर्मा ,मनोज बैठा अफजल अंसारी, हैदर अली, फिरोज अंसारी आदि का कहना है कि वे सब अपनी नाक मुंह बंद कर व्यवसाय करने पर मजबूर हैं।कुड़ा फेंकने स्थानीय लोगों के अलावे दूसरे दूसरे मुहल्ले के लोग भी आते हैं।
व्यावसायियों के अनुसार बाजार की नाक कहे जाने वाले इस स्थान को लेकर वर्षों से जमीनी विवाद रसूलपुर गांव के ही चौरसिया परिवारों के बीच चल रहा है।जमीन के एक हिस्सेदार चप्पू चौरसिया , नंदलाल चौरसिया आदि का कहना है कि बंटवारे को लेकर परिवार में एकमत नहीं बन पाया जिसका फायदा लोग उठा रहे हैं और उन लोगों की एक कीमती जमीन बाजार के बीचोबीच बेकार पड़ी हुई है जिसका फायदा उठाते हुए लोगों ने कुड़ा स्थल बना दिया।
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फोटोः-रसूलपुर चट्टी पर लाकठछपरा रोड का कुडा़स्थल महामारी का दे रहा निमंत्रण
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