ऐसे खिलाएं पान तो हर मनोकामना पूरी कर देंगे भगवान
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
किसी भी देवी देवता की पूजा में एक चीज जरुर शामिल होती है- पान। पान ही एक ऐसी वस्तु है जो देवलोक में नहीं मिलती। इसलिए साधारण से दिखने वाले पान को अर्पित करके अपने इष्ट से करा सकते हैं मनचाहा काम। पान के प्रयोग से कैसे करें देवताओं को प्रसन्न, पाएं मनचाहा वरदान।
देवी देवताओं को पान चढ़ाने की परंपरा काफी पुरानी है। पूजा की पद्धति चाहे जो भी हो शैव, वैष्णव या शाक्त हो इष्टदेव को पान का भोग जरुर लगाया जाता है। कहा जाता है, कि पान ही एक ऐसी चीज है जो देवलोक में नहीं प्राप्त होती है। इसलिए हर देवी देवता को धरती का यह भोग जरुर अर्पित किया जाता है।
देवी-देवताओं को पान का बीड़ा बनाकर अर्पित करने के पीछे यह भी भाव रहता है कि आप जिस कार्य के लिए उनकी उपासना कर रहे हैं, उस कार्य का बीड़ा अब वही देव-देवी उठाएं। यानी पान का बीड़ा अर्पित करने के बाद आपकी समस्याएं आपकी नहीं रह जाती। उन्हें दूर करना अब आपके इष्ट की जिम्मेदारी बन जाती है। तो है न कमाल की चीज पान। इसलिए हर पूजा पद्धति में पान जरुर चढ़ाया जाता है।
हनुमानजी और गणेश जी को तो पान इतना प्रिय है कि उन्हें पान का बीड़ा अर्पित करते ही तुरंत लाभ दिखने लगता है। पान की इन्हीं खासियतों को समझते हुए प्राचीन ग्रंथों में पान से संबंधित कई उपाय बताए गए हैं। ये उपाय भक्तों की समस्याओं का शर्तिया जड़ से समाधान करते हैं।
आपके लिए लेकर आए हैं कमाल के पान से जुड़े ऐसे टोटके जो बनाएंगे आपका हर काम। पान के अचूक टोटके बनाएंगे बिगड़े काम, मिलेगा धन-मान-सम्मान.
पान के अचूक टोटके बनाएंगे बिगड़े कामः
1. मंगलवार, शनिवार या हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी को अच्छे से बनाया गया बीड़ा अर्पित किया जाए तो सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। बीड़ा अर्पित करने का अर्थ है कि अब से हनुमानजी आपका बीड़ा उठाएंगे। हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी को एक विशेष पान चढ़ाएं। इस दिन तेल, बेसन और उड़द के आटे से बनाई हुई हनुमानजी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करके तेल और घी का दीपक जलाएं। विधिवत पूजनकर मीठे का भोग लगाएं। इसके बाद 27 पान के पत्ते तथा गुलकंद, सौंफ आदि मुखशुद्धि की चीजों से बीड़ा बनाकर हनुमानजी को अर्पित करें। ध्यान रहे हनुमानजी को अर्पित करने वाले पान में चूना या सुपारी बिल्कुल न हो।
इसमें सिर्फ कत्था, गुलकंद, सौंफ, नारियल का बुरादा और कटे हुए गुलाब के फूल रखवाएं। साथ ही ध्यान रखे ये पान तंबाकू लगे हाथों से न बनाया जाए। इस टोटके से मनुष्य की सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है।
2. पान का पत्ता नकारात्मक उर्जा को दूर करने वाला और सकारात्मक उर्जा को बढाने वाला भी माना जाता है। इसलिए जिस व्यक्ति को नजर लगी हुई हो, उसे गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर खिलाए। इससे नजर दोष शर्तिया दूर हो जाता है।
3. भगवान शिव को भी पान बेहद प्रिय है। सावन माह में भगवान शिव को पान चढ़ाने से हर तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। शिवजी को अर्पित किए जाने वाले पान में भी केवल कत्था, गुलकंद, सौंफ, नारियल बुरादा, गुलाब की पंखुड़ियां डालें। महादेव का विधिवत पूजन करने के बाद उन्हें ये पान अर्पण करें। इससे भी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
4. सुबह स्नानकर घर के मंदिर या श्रीगणेश मंदिर जाकर मूर्ति के समक्ष एक पान के पत्ते पर सिंदूर में घी मिलाकर या कुमकुम से रंगे चावल से स्वस्तिक बनाएं। अब उस पर कलावे यानी कच्चे लाल धागे में एक सुपारी लपेटकर रखें। यह श्रीगणेश स्वरूप मानी जाती है। इस सुपारी की पूजा अच्छी तरह करने से हर तरह का मंगल होता है।
5. धन-वैभव के लिए मां दुर्गा के मंदिर में प्रतिमा के समक्ष पान के पत्ते पर केसर, इत्र व घी मिलाकर स्वास्तिक बनाएं। अब इस पर कलावा बांधकर एक सुपारी रखें। फिर विधिवत पूजन करें। इस प्रयोग से आपकी धन से संबंधित सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होंगीं।
6. यदि आपको ऐसा लगता है कि किसी ने तांत्रिक क्रिया करके आपकी दुकान बांध दी है तो पान का एक उपाय करें। शनिवार प्रात: पांच पीपल पत्ते, 8 पान के डंडीदार पत्ते लें। पत्ते कटे-फटे न हों। उन्हें एक ही धागे में पिरोकर दुकान में पूर्व की ओर बांध दें। ऐसा कम से कम पांच शनिवार करें। पुराने पत्तों को किसी नदी या कुएं में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से आपकी बिक्री बढ़ेगी।
7. पापग्रहों के कारण आ रही समस्या दूर करने में पान के पत्ते कारगर सिद्ध होंते हैं। लगातार सात मंगलवार या शनिवार को हनुमानजी को डंठल वाले पान के पत्ते पर लड्डू रखकर चढ़ाने से पाप ग्रहों की बाधा शांत होती है। कुंडली में शनि या राहू जैसे ग्रह प्रतिकूल हों तो इस उपाय से वे अच्छा फल देने लगते हैं।
8. बिजनेस में मुनाफा बढ़ाने के लिए पान का एक छोटा सा प्रयोग किया जा सकता है। बहुत से लोगों को इससे लाभ हुआ है। मां दुर्गा के मंदिर में पान का बीड़ा चढ़ाएं और 9 मीठे पान कन्याओं को प्रणाम करके आदर सहित दान करें।
9. होलिका दहन वाले दिन होलिका में देशी घी में भिगोई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। इसके बाद होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है तथा हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
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