संक्रमित बीमारियों से बचना है तो नियमित रूप से करें अपने हाथों की सफाई: डॉ साबिर

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सभी आमजनों को नियमित रूप से हाथों की सफाई के लिए किया गया जागरूक:

सभी स्वास्थ्य संस्थानोंए विद्यालयोंए आंगनबाड़ी केंद्रों एवं जीविका समूह से जुड़ी दीदियों ने लोगों को किया जागरूक:

किसी भी वस्तु को छूने या उसका उपयोग करने से हाथों में फैलती है गंदगी: डीपीएम

विद्यार्थियों को हाथ धुलाई को लेकर किया गया जागरूक: प्रफुल्ल

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया (बिहार):


विश्व हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर शनिवार को ज़िलें के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, विद्यालयों, जीविका समूह के दीदियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर हाथों को नियमित रूप से धोने के लिए आमजनों को जागरूक किया गया। हाथ धोना हमलोगों के लिए कितना जरूरी है, इस बात की जानकारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान समझ में आ ही गया है। क्योंकि हाथ धुलने से बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाता है। जब कोविड-19 जैसी बीमारियों ने दस्तक दी थी, तब सभी को बस एक ही हिदायत दी गई थी कि किसी भी चीज को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से सफाई जरूर करें। साबुन से 30 सेकंड तक हाथ धोना चाहिए। क्योंकि इससे हैजा, डायरिया, निमोनिया सहित कई अन्य प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।

लोगों को किया गया जागरूक:
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ मोहम्मद साबिर ने बताया कि साबुन एवं पानी से हाथ धोने के प्रति जन जागरूकता के साथ प्रचार-प्रसार को लेकर ज़िलें के सभी प्रमुख संस्थानों में हाथ धुलाई महोत्सव मनाया गया। छोटे-छोटे बच्चे में मुख्य रूप से होने वाली बीमारी डायरिया से निजात पाने के लिए साबुन एवं पानी से हाथ धोकर ही काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। स्वच्छ भारत के इस मिशन से कोरोना वायरस संक्रमणए डेंगू से लेकर डायरिया जैसी बीमारियों को रोकने की भी पहल की गई है।

किसी भी वस्तु को छूने या उसका उपयोग करने से हाथों में फैलती है गंदगी: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि हमारे हाथों में बगैर दिखने वाली गंदगी छिपी हुई रहती हैं। जो किसी भी वस्तु को छूने या उसका उपयोग करने व कई तरह के दैनिक कार्यों के कारण होती है। यह गंदगी बगैर हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से आपके शरीर में प्रवेश कर जाती हैं। जिस कारण कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देती हैं। स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा शोध से यह स्पष्ट हुआ हैं कि स्वच्छ आदतों को नहीं अपनाने वाले लोग जल्द बीमार पड़ते हैं। इसलिए स्वच्छ आदतों को अपनाकर इलाज पर होने वाले बेवजह के खर्च को बचाकर परिवार को आर्थिक रूप से समृद्ध किया जा सकता है।

 

विद्यार्थियों को हाथ धुलाई को लेकर किया जागरूक:
यूनिसेफ़ जीपीएसवीएस के जिला समन्वयक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि विश्व हाथ धुलाई दिवस आयोजित करने का उद्देश्य लोगों में हैंड वाशिंग के महत्व के बारे में अवगत कराना है। स्कूली बच्चों द्वारा सुमन के तरीके को सभी बच्चों के बीच बताया गया ताकि अपने.अपने घरों में जाकर परिवार के सभी सदस्यों को हाथ की आदतों को शुमार करने के लिए जागरूक करने की जरूरत है। हाथ धुलाई कार्यक्रम के अंतर्गत साबुन से हाथ धोने के मुख्य 6 चरणों को सिखाने के साथ कोविड-19 महामारी संक्रमण काल में भोजन के पहलेए नाकए मुंह व आंखों को छूने के बादए खांसने एवं छींकने के बादए शौच व शौचालय के उपयोग के पश्चात हाथ धोने के महत्व के बारे में प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों को बताया गया। इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य, सहायक शिक्षकों, संस्था के अधिकारियों, कर्मियों, बच्चों को एक साथ हाथों की सफाई नियमित रूप से करने के लिए शपथ दिलाई गई। इस कार्यक्रम में बायसी प्रखंड के उत्क्रमित कन्या उच्च विद्यालय मलहरिया में प्रभारी प्रधानाध्यापक जनार्दन विश्वासए स्थानीय पंचायत के मुखिया मुजतहिद, सरपंच मोहम्मद निजाम, शिक्षिका संयुक्ता कुमारी, कांति कुमारी, सीफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, जीपीएसवीएस के प्रखंड समन्वयक मनीष कुमार झा, सुरक्षा प्रहरी आरती पाण्डेय सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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