आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्र रमेश श्रीनिवासन ने संस्थान को दिया 1.3 मिलियन डॉलर का दान, बनेगा स्पोर्ट्स एक्टिविटी सेंटर
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / IIT-BHU के एक पूर्व छात्र रमेश श्रीनिवासन ने अपने संस्थान को करीब 1.3 मिलियन डॉलर दान में दिए हैं। संस्थान की ओर दी गई सूचना के मुताबिक, IIT-BHU के इतिहास का यह अब तक का सबसे बड़ा सिंगल पर्सन डोनेशन है। पंडित मदन मोहन मालवीय और संस्थान से लगाव के चलते उन्होंने यह पैसा दान किया।
अब इस पैसे से IIT कैंपस में एक स्पोर्ट्स स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर खोला जाएगा, जहां पर टेक्नोक्रेट्स अब खेलों में भी चैंपियन बन सकेंगे। अभी तक IIT-BHU में 3 प्ले ग्राउंड हैं, जहां पर कई तरह के खेलों में छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्किल्स डेवलप कर इन्हें बड़ी प्रतिस्पर्धाओं में भी उतारा जाएगा। साथ ही संस्थान के सभी हॉस्टलों के छात्रों और फैकल्टी मेंबर को स्वस्थ रहने की टिप्स दी जाएगी। बता दें कि रमेश श्रीनिवासन IIT में मेटलर्जी विभाग में 1982 बैच के छात्र रह चुके हैं। वर्तमान में वह नैस्डेक की एजीलिसिस कंपनी मे चेयरमैन और सीईओ के पद पर तैनात हैं।
इस दान के पैसे को IIT-BHU के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने रिसीव किया। वहीं संस्थान की टॉप इकाई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने कहा कि इस एक्टिविटी सेंटर (खेल) को ऐसी जगह पर बनाया जाएगा जहां से हर छात्र की हॉस्टल तक बेहतर पहुंच हो। टीम के खेल भागीदारी दिखाकर लीडरशिप स्किल विकसित करें।
प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि यहां पर अपने क्षेत्र महारत हासिल किए हुए बच्चों में इमोशनल इंटेलीजेंस भी सीख जाते हैं। यही IIT-BHU की पहचान है। IIT-BHU फाउंडेशन के अध्यक्ष अरुण त्रिपाठी (मैकेनिकल 1997) ने कहा कि IIT-BHU स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर रमेश श्रीनिवासन के नाम पर होगा।
रमेश श्रीनिवासन ने बताया कि यह भेंट देते हुए मैने अपने छात्र दिनों को याद किया। उन्होंने कहा कि मैं जो भी हूं इस संस्थान की वजह से। इसलिए संस्थान के विकास में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। यहां पढ़ाई कर मेरे शुरुआती जीवन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा और इसने मुझे एक अच्छा इंसान बनने में मदद की। शिक्षा, खेल, कल्चरल एक्टिविटीज, डिबेट और अन्य सभी मामलों में मैंने यहां कई प्रोफेसरों से सीखे। मैं खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर में कंट्रिब्यूट करने का मौका मिला।