बिहार में आठ वर्ष के बेटे ने दी, मां की चिता को मुखाग्नि!
बड़े जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में पश्चिम चम्पारण के सिकटा थाना से करीब तीन सौ गज की दूरी पर वीआईपी कॉलोनी में किराए के मकान में पति एवं बच्चों के साथ रह रही अनु देवी की हत्या मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
मृतका की पुत्री साक्षी कुमारी (13) के बयान पर मृतका के पति पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन थाना के श्रीपुर केवैया के लक्ष्मण सिंह, संजीव सिंह व राजेश सिंह समेत सिकटा थाना के वर्दही निवासी रामभारद्वाज सिंह व अनिल सिंह को नामजद किया गया है।
मृतका की पुत्री ने बताया कि करीब दो बजे भाई-बहन स्कूल से वापस आए तो देखा कि घर के मेन गेट पर ताला लगा हुआ है और ताले में खून लगा हुआ है, जिसे देख पड़ोसी बब्लू श्रीवास्तव, बिहारी यादव व अन्य को बुलाया और पड़ोसियों ने ताला तोड़ा।
अंदर गई तो घर में पलंग पर मेरी मां अनु देवी खून से लथपथ मृत पड़ी थी। उनके गर्दन, पेट व अन्य कई जगहों पर चाकू के गहरे जख्म थे। मेरे पिता बराबर मेरी मां के साथ मारपीट किया करते थे। उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते थे। मेरे पिता, मां की हत्या कर गेट में ताला मारकर मोटरसाइकिल से भाग गए हैं। मेरे पिता वर्दही के अनिल सिंह व रामभारद्वाज सिंह, श्रीपुर केवैया के संजीव सिंह व राजेश सिंह के उकसाने पर हत्या किए है।
आठ वर्ष के बेटे ने दी मां को मुखाग्नि
शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने मृतका के मायके वालों को सुपुर्द किया। मृतका के माता व पिता नहीं है, उसका अपना सगा भाई भी नहीं है। चचेरे भाईयों ने अपनी जिम्मेदारी पर शव को लेकर अपने गांव शिकारपुर के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया, जहां मृतका के पुत्र तेजस कुमार (8 वर्ष) ने अपनी माता को मुखाग्नि दी। मृतका के अंतिम संस्कार में उसके ससुराल पक्ष से कोई नही पहुंचा था।
पंचायती करने के लिए फंसाया
हत्या कांड के एक आरोपित रामभारद्वाज सिंह ने दूरभाष पर बताया, दंपती में विवाद चल रहा था। तीन माह पहले मृतका के पति ने अपनी पत्नी को एक युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा था। इसको लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। उसकी पंचायती हुई थी। उस पंचायती में मैं भी था। इस वजह से साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर में बड़े जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या
मुजफ्फरपुर जिले के बड़े जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या कर दी गई है। शुक्रवार रात करीब नौ बजे चार की संख्या में आए बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया, उस समय आशुतोष शाही अपने अधिवक्ता डॉलर के घर पर किसी मामले पर विमर्श कर रहे थे।
बताया जाता है कि बदमाशों ने घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वहां मौजूद पांच लोगों पर एक-एक कर गोलियां दाग दी। आशुतोष शाही के बॉडीगार्ड संभल नहीं पाए। हमलावरों ने दोनों बॉडीगार्ड को भी गोली मार दी। आशुतोष शाही की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक बॉडीगार्ड ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक बॉडीगार्ड की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिवक्ता समेत दो अन्य निजी अस्पताल में भर्ती हैं। घटना के पीछे जमीन विवाद का ही कारण माना जा रहा है।
विदित हो कि पूर्व महापौर समीर कुमार की मौत के मामले में आशुतोष शाही आरोपित थे। इनकी भी हत्या वहीं की गई है, जहां समीर कुमार की हुई थी। मारवाड़ी हाई स्कूल के नजदीक यह घटना हुई।
आशुतोष शाही जमीन के कारोबार से जुड़े थे। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में नामांकन भी किया था। नामांकन अवैध होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे।
बता दें कि पिछले साल मंटू शर्मा ने उन्हें जान से मरने की धमकी दी थी। पुलिस ने मुंबई से मंटू शर्मा को गिरफ्तार किया था।
एसएसपी के साथ सिटी एसपी, नगर डीएसपी व पूर्वी डीएसपी जांच में जुटे
घटना की सूचना के बाद स्थानीय थाने के पदाधिकारियों के साथ एसएसपी, सिटी एसपी, नगर डीएसपी व पूर्वी डीएसपी के साथ विशेष टीम के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। सभी पदाधिकारी अपने-अपने स्तर से जांच कर साक्ष्य का संकलन कर रहे थे। इस दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ कर बदमाशों के हुलिए व उम्र के बारे में जानकारी भी ली गई।
गुत्थी सुलझाने को लेकर आसपास के इलाके में लगे सीसी कैमरे के फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है, ताकि बदमाशों की पहचान कर गिरफ्तारी की कवायद की जा सके। वैसे प्रारंभिक सूचना व लोगों से मिली जानकारी के आधार पर विशेष टीम ने आसपास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी गई है। देर रात तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।
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