बिहार विधानसभा में राजद नेता ने स्पीकर को बेईमान कहकर फंसे, सदन में मांगी माफी
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र महज पांच दिनों का ही है और यह आगामी 30 जुलाई यानी शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा. 26 जुलाई से शुरू हुए सत्र में पहला तीन दिन तो हंगामे के भेंट ही चढ़ गया. हालांकि इस दौरान कुछ विधायी कामकाज भी हुए. चौथे दिन गुरुवार को भी तब हंगामा मच गया जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र आसन (स्पीकर विजय सिन्हा) को बेईमान कहकर सदन में बुरी तरह घिर गए. स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई कि राजद विधायक को माफी मांगनी पड़ी तब जाकर मामला शांत हो पाया.
दरअसल राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने विधान सभा अध्यक्ष पर सदन चलाने में बेईमानी का आरोप लगा दिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने शब्द वापस लेने की बात कही. इस पर भाई वीरेंद्र ने कहा- हमने कोई गलत बात नहीं कही है. अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा- आप सदन के अंदर बैठकर जवाब नहीं दे सकते. अध्यक्ष के कहने के बाद भी भाई बीरेंद्र अपनी जगह पर बैठे रहे. इस दौरान राजद के मुख्य सचेतक ललित यादव ने भाई वीरेंद्र का बचाव किया.
दूसरी ओर मंत्री प्रमोद ने इस पर आपत्ति जताई. स्पीकर विजय सिन्हा की कड़ी नाराजगी और सदन के दबाव के बाद भाई वीरेंद्र को अपना बयान वापस लेना पड़ा और उन्हें माफी मांगनी पड़ी. हालांकि इसके बाद भी स्पीकर का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीच बचाव किया. संसदीय कार्यमंत्री ने स्पीकर से माफ करने का आग्रह किया और किसी तरह उनका गुस्सा शांत कराया. इस दौरान स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि दंभी लोग माफी के काबिल नहीं होते. उन्होंने वरिष्ठ सदस्यों को चेताते हुए कहा कि याद रखिए नए लोग आपसे प्रेरणा लेते हैं.
इसके पहले विपक्षी सदस्यों ने आज महंगाई और बेरोजगारी के मु्द्दे पर जमकर हंगामा किया. कोरोना से हुई मौतों को छिपाने पर भी जमकर नारेबाजी हुई. इस बीच माले विधायक वेल में चले गए. करीब 16 मिनट बाद संसदीय कार्यमंत्री और आसन के आग्रह पर वे वेल से अपनी सीट पर वापस लौटे. बता दें कि बजट सत्र के दौरान विधायकों से हुई मारपीट के मसले पर कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्ष पहले दिन से हमलावर है.
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