बिहार में कभी “किडनैपिंग क्वीन” पूजा पाठक के नाम से खौफ खाते थे बड़े से बड़े लोग
पटना में पॉलटेक्निक कॉलेज की पढ़ाई करने वाली छात्रा बन गयी खूंखार लेडी
कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक से जेल में की थी शादी
शिवहर जेल में प्रेग्नेंट होने के कारण निलंबित हो गए थे जेलर
श्रीनारद मीडिया, राकेश सिंह, स्टेट डेस्क:
बिहार में वैसे कई बड़े गैंगस्टर के नाम चर्चा में रहे। इनमें कई बिहार के अपहरण उद्योग में शामिल रहे। अपराध के इसी उद्योग की उपज है एक महिला, जिसे बिहार में “किडनैपिंग क्वीन” कहा गया। यह किडनैपिंग क्वीन है पूजा पाठक। पूजा ने अपने आपराधिक जीवन में कई वारदातों को अंजाम दिया। जिसमें कई बड़े अपहरण के कांड शामिल हैं।
बिहार में जहां कई बाहुबली रहे, वहीं इन सबके बीच पूजा पाठक का डर ऐसा रहा कि उसके नाम से बड़े से बड़े लोग खौफ खाते थे। पटना में पॉलटेक्निक कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही पूजा की मुलाकात कैलाश नाम के शख्स से हुई। कैलाश से दोस्ती होने के बाद पूजा अपराध के धंधे में उतर गई।
साल 2013 में पूजा ने अपने साथियों के साथ 2 लोगों का अपहरण किया और यही से उसका नाम अखबार की सुर्ख़ियों में दर्ज हो गया। साल 2013 में किये गए इस अपहरण में पूजा ने नीरज कुमार नाम के व्यक्ति को फिरौती की रकम लेने के बाद छोड़ा था और गायब हो गई थी। इसके बाद तो पूजा को बिहार में लेडी डॉन के नाम से जाना जाने लगा।
इस अपहरण को लेकर जब पुलिस ने पूजा को गिरफ्तार किया तो उसमें कई राज सामने आई। इस अपहरण की मास्टर माइंड पूजा ही थी। उसने फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले नीरज को 16 जुलाई 2013 को NH-57 पर बंदूक की नोक पर किडनैप किया था। इस केस में पुलिस ने पूजा के खिलाफ एक मजबूत चार्जशीट तैयार की, जिसके बाद उसे सजा सुनाई गई थी।
पूजा के अपराध का सफर जितना खतरनाक था, उतना ही वह अपने प्रेम प्रसंग के किस्से चर्चा में रहे। यह प्रेम प्रसंग भी कोई साधारण नहीं था, उनके प्रेम का असर बिहार सरकार पर भी पड़ा। बताया जाता है किडनैपिंग क्वीन को सजा सुनाए जाने के बाद शिवहर मंडल कारा भेज दिया गया। जहां उसकी मुलाकात प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक से हुई। जेल में दोनों को प्यार हो गया, जिसके बाद 14 अक्टूबर 2013 को दोनों की शादी जेल प्रशासन के द्वारा करा दी गई। इस गैंगस्टर जोड़ी की शादी के गवाह तत्कालीन एसपी हिमांशु त्रिवेदी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी बने। उस वक्त तत्कालीन जेलर रामचन्द्र साफी ने पूजा का कन्यादान किया था।
जेल में हो गई प्रैग्नेंट
पूजा और मुकेश ने जेल में शादी रचाने तक तो सब ठीक था। लेकिन बवाल तब हुआ जब साल 2015 में 20 जुलाई को मुकेश पाठक जेल से फरार हो गया। इसी दौरान पूजा की तबियत खराब हुई तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में पता चला कि वह 12 हफ्ते की गर्भवती है। पूजा के जेल में ही गर्भवती की बात सुनते ही जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और सवाल खड़ा हुआ कि आखिर कोई महिला कैदी जेल में कैसे गर्भवती हो सकती है। जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो पता चला कि वह मुजफ्फरपुर नहीं बल्कि शिवहर जेल में ही प्रेग्नेंट हुई थी. इस खबर के बाद शिवहर के जेलर को निलंबित कर दिया गया था
बेटी को दिया था जन्म
पूजा पाठक की तबीयत बिगड़ जाने पर उसे मुजफ्फरपुर के एसकेएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 1 मार्च 2016 को पूजा ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया. वहीं एक मामले में पूजा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
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