बिहार में सिर पर सिलेंडर और गले में प्याज की माला पहन महिला RJD विधायकों ने किया प्रदर्शन.
एक लाख 11 हजार बच्चों के दाखिला के लिए चलेगा विशेष अभियान.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महंगाई के खिलाफ विपक्ष का बिहार विधानसभा परिसर में प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। इसी क्रम में आज राजद की महिला विधायकों ने सिर पर रसोई गैस का छोटा सिलेंडर लिये प्रदर्शन किया। वहीं अन्य राजद विधायकों ने प्याज का माला पहने हुए विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
प्रदर्शन के दौरान महिला विधायकों ने कहा कि रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। यह आम लोगों की पुहंच से दूर होता जा रहा है। वहीं पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने से सारे वस्तुओं के दाम बढ़ते जा रहे हैं। आम लोगों को अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया है। सरकार इनकी कीमतों को जबतक कम नहीं करेगी सदन से सड़क तक यह विरोध जारी रहेगा। भाई वीरेंद्र समेत कई राजद विधायक प्याज का माला पहुने हुए थे।
माले विधायकों ने लाठीचार्ज का किया विरोध
माले विधायकों ने विधानसभा परिसर में पोस्टर के साथ मंगलवार को प्रदर्शन किया। सभी विधायक सोमवार को राजधानी में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुई लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे। विधायकों ने कहा अपने लिये रोजगार की मांग करने वाले छात्रों पर पुलिस ने लाठी चलाई है। यह घटना निंदनीय है। रोजगार देने के वायदे से सरकार पीछे हट रही है। 19 लाख रोजगार देने की बात कहने वाले भाजपा के लोग इसे भी जुमला करार दिये हैं।
बिहार में एक लाख 11 हजार से अधिक बच्चे अभी भी स्कूल से बाहर हैं और उन्हें दाखिला दिलाने के लिए सरकार 08 मार्च से विशेष अभियान चलाएगी।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधानसभा में कांग्रेस के विधायक मो. अफाक आलम के अल्प सूचित प्रश्न के उत्तर में कहा कि वर्ष 2014-15 में बिहार में तीन लाख 80 हजार 126 बच्चे स्कूली शिक्षा से बाहर थे। वहीं वर्ष 2018-19 में यह संख्या घटकर एक लाख 43 हजार 278 और 2020-21 में घटकर एक लाख 11 हजार हजार 861 रह गई है। सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहे। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 08 मार्च से पूरे राज्य में विशेष अभियान चलाकर बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा और इसे प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने सभी विधायकों से आग्रह किया कि वे अपने इलाके में हमेशा निगरानी रखें और जो बच्चे शिक्षा से दूर है उनका दाखिला स्कूल में कराएं ताकि उनके क्षेत्र का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे।
श्री चौधरी ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए भी सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही 90 हजार शिक्षकों का नियोजन भी हो रहा है।
शिक्षा मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि विद्यालय प्रबंधन समितियों के गठन का निर्देश पहले ही सभी जिला के पदाधिकारियों को दे दिया गया है। निर्देश का पालन नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधन समिति में विधायकों की भूमिका और उनके अधिकार के संबंध में एक स्पष्ट परिपत्र भी जल्द ही जारी किया जाएगा।