- नंदपट्टी में शतचंडी महायज्ञ को ले 21 सौ कन्याओं ने निकाली कलश यात्रा
कलश यात्रा में शमिल हाथी, घोड़े, बाजे, मनमोहक झांकिया आकर्षण का रही केन्द्र
मथुरा वृदांवन से आए रामलिला के कलाकारों को देखने उमड़ी सड़क किनारे भीड़
पंचदेवरी प्रखंड के नंदपट्टी गांव के दुर्गा मंदिर परिसर में सात दिनों तक चलने वाले शतचंडी महायज्ञ को ले सोमवार को कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में कुल 21 सौ कन्याओं ने भाग लिया। कलश यात्रा नंदपट्टी गांव के दुर्गा मंदिर से होकर भगवती नगर, गहनी चकियां, बइसियां, सेमरियां, जमुनहां, महंथवां, छितौना, गिरधर पोइया होते हुए डेरवां स्थित गंडक नदी पर पहुंचा। जहां यज्ञार्चाय पं कमलेश मिश्र सहित ग्यारह वैदिक ब्राम्हणो के मंत्रोचार के बाद जल भरा गया। जल भर कर वापस कलश यात्रा रूप पोइया, देवरियां होते हुए यज्ञ मण्डप पहुंची। कलश यात्रा हाथी, घोड़ा,उट गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। कलश यात्रा में शमिल कन्याओं को कोई कठिनाइ नहीं हो, इसके लिए ग्रामीणों के द्वारा जगह-जगह सर्बत व फल के काउन्टर लगाए गए थे। वहीं यज्ञ समिति के द्वारा भोलिन्टीयर भी लगाए गए थे, ताकि रास्ते में कोई परेशानी नही हो। साथ ही मथुरा वृदांवन से आए रामलिला मण्डली के द्वारा नौ दुर्गा की मनमोहक झांकी निकाली गई थी, जो लोगों के मन को मोह रही थी। नौ दुर्गा की झांकी को देखने के लिए कलश यात्रा के समय लोग सड़क के किनारे-किनारे भारी संख्या में लोग खड़े थे। यज्ञकर्ताओं ने बताया कि शतचंडी महायज्ञ 06 नवंबर तक अनवरत चलेगा। इसमें प्रवचन के लिए मानस मर्मज्ञ रामअवध शुक्ल रमायणी व मानस कोकिला सुश्री अर्चाना मणि परासर व अंजली द्विवेदी को आमंत्रीत किया गया है। साथ ही मथुरा वृदांवन से रामलिलस कस मंचन किया गया है। मौके पर व्यास यादव, मदन यादव, विनोद दुबे, योगेंद्र दुबे, गिरीश सिंह, हरिओम कुशवाहा, हाकिम यादव आदि थे।