विजयीपुर प्रखंड के बेलवा पंचायत के पीपरा में बिजली की ग्यारह हजार पोल पर शॉर्ट सर्किट से लगी आग से 10 एकड़ खेत में तैयार गेहूं की फसल जलकर राख।
विजयीपुर । संग्राम ओझा”भावेश”
बिजली जहां वरदान साबित होती है तो कभी-कभी अभिशाप बनकर तमाम घर उजाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती। ठीक वही हाल विजयीपुर थाना क्षेत्र के बेलवा पंचायत के पिपरा गांव में शुक्रवार की सुबह घटित हो गई। पिपरा गांव के पश्चिम सरेह में ग्यारह हजार के पोल पर शार्ट सर्किट से चिंगारी छिटक कर किसान सूरत राम के खेत में गेहूं की खड़ी फसल में गिरा ।आग की चिंगारी खेत में गिरते ही गेहूं की सूखी डंठल में आग पकड़ लिया और देखते-देखते दर्जन भर से अधिक किसानों मजदूरों के खेत में आग पकड़ लिया ।आग की लपटे देख कर अगल-बगल गांव खजुहा कला ,कुर्थियां ,पिपरा , धुशीपर, बंजरिया ,सल्लहपुर के सैकड़ों लोग अपने अपने हाथों में हरा डंठल और बाल्टी लेकर खेत में आग बुझाने के लिए दौड़ पड़े ।आग की लपटें इतनी तेज थी कि लोग आग के पास नहीं जा पा रहे थे फिर भी लोगों ने दूर से ही भिगा हुआ बोरा तथा हरा डंठल से आग बुझाने और पानी फेंकने लगे ।सूचना पाकर विजयीपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचकर आग बुझाने में योगदान दिया। तब तक हथुआ से भी दुसरी फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचकर आग बुझाई । गाड़ी पहुंचने के पूर्व ही ग्रामीण लोग 50% से अधिक हिस्से पर डंठल और कपड़ा भिगोकर बोरी डाल डाल कर आग पर काबू पा गए थे।आग लगी से पीड़ित किसानों में सतन बैठा ,बृजमोहन साह ,संकर साह, भोला साह, लल्लन पांडे ,शशि भूषण पांडे ,दिलीप गुप्ता, मूनर राम ,बगेश ठाकुर ,जटाशंकर शर्मा, नथुनीशर्मा ,रेशम लाल, जतन प्रसाद ,रामप्रवेश कुशवाहा, बाबूलाल कुशवाहा ,सूरत राम, सहित दो दर्जन से अधिक किसानों के खेत की फसल जलकर राख हो गई है। इस विषय में सीओ राहुल कुमार ने बताया कि आग लगी है। हल्का राजस्व कर्मचारी इस मुहम्मद मौके पर पहुंच कर आग लगी से पीड़ित किसानों का रिर्पोट तैयार किया जा रहा है
विजयीपुर में शार्ट-सर्किट से दो सप्ताह में दुसरी बार किसानों की फसल जलकर हुई राख ।
विजयीपुर में बीते दो सप्ताह में शार्ट-सर्किट से किसानों की फसल जलने की यह दुसरी घटना है ।पिछले सप्ताह बुधवार को विजयीपुर के ही मझवलिया में बिजली के शार्ट-सर्किट से निकली चिंगारी से तीन किसानों की फसल जलकर राख हो गई थी। जिसमें प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अंजु कुमारी ने जेई से बात करके बिजली की लुज तार को ठीक कराने के लिए कहा था। साथ ही साथ ऐसी घटना दुबारा ना हो इसके लिए गेहूँ की कटाई होने तक बिजली का संबंध विच्छेद कराने का भी आग्रह किया था।