कोरोना काल में रब ने बना दी जोड़ी, न बैंड बाजा न फेरे जयमाला, सादा खाना, 11 बाराती 21
घराती
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
बागपत, जेएनएन। कोरोना काल में सोमवार को टीकरी कस्बे में एक शादी हुई। इस शादी का दहेज से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं रहा और कोरोना गाइड लाइन का भी पालन किया गया। शादी की खास बात यह है कि यह एक संत की प्रेरणा से हुई और महज 17 मिनट में संपन्न हो गई।
टीकरी निवासी अंकित ने बताया कि उन्होंने एक संत की प्रेरणा से रविवार को अपनी बहन प्रिया की शादी सरूरपुर कलां गांव निवासी कुलदीप के साथ बिना किसी दान दहेज के की है। शादी में सादा खाना, 11 बाराती 21 घराती ही शामिल हुए। दहेज में सिर्फ संत की पुस्तक भेंट की गई। शादी में न बैंड बाजा था और न ही डीजे आदि। यह शादी फिजूल खर्ची से दूर रही। यानि एकदम साधारण शादी हुई जो महज 17 मिनट में शादी संपन्न हो गई। शादी में कोरोना गाइड लाइन का पालन किया गया। दूल्हा-दूल्हन के अलावा बाराती और घराती मास्क में नजर आए। समारोह में शारीरिक दूरी का ध्यान रखा गया और हाथों का कुछ समय के अंतराल के बाद सैनिटाइज किया जाता रहा है।
प्रिया की मां मुनेश ने बताया कि ऐसी शादी हो तो फिजूलखर्ची बचें। दहेज एक बुराई है इसलिए दहेज जैसी बुराई को शादी से दूर ही रखना चाहिए। कस्बे में ही नहीं बल्कि आसपास गांवों में भी इस शादी की सराहना हो रही है। मुनेश ने बताया कि उसे गर्व है कि उसने अपनी बेटी की शादी बेहद ही सादगी के साथ संपन्न की है। शादी में शिरकत करने वाले जितेंद्र, लवकुश, गौरव, प्रमोद, मनोज, विकास, विशाल ने बताया कि समाज के लिए यह शादी एक प्रेरणा है।