मौजूदा दौर में युवाओं को है सबसे ज्यादा जरूरत…
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कठिनाइयां और चुनौतियां व्यक्ति के व्यक्तित्व में हमेशा ही निखार लाने का काम करती हैं, लेकिन उन चुनौतियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए अच्छे कौशल की भी आवश्यकता होती है। जब आपके भीतर अच्छ कौशल मौजूद होगा, तो आप किसी भी परिस्थिति से पार पाने में सक्षम हो सकते हैं। स्किलसेट के बल पर ही हर स्टूडेंट, एम्पलायी और एंटरप्रेन्योर भविष्य में सामने आने वाले कठिन से कठिन हालात पर जीत हासिल कर अपने गुणों से दूसरे लोगों को भी प्रेरित करते हैं।
भारत नौजवानों का देश कहा जाता है। इसके पीछे वजह है कि कुल आबादी में युवाओं की तादाद सबसे अधिक है। इसलिए मौजूदा महामारी से सबसे ज्यादा युवा ही प्रभावित देखे जा रहे हैं। पिछले दो सालों में तमाम नौकरियां या तो खत्म हो गई हैं या तो उनका स्वरूप अब पहले जैसा नहीं रहा। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर वे कौन-सी स्किल्स या तकनीकें हैं, जिन पर किसी महामारी की मार न पड़े और युवाओं को अपनी सफलता की यात्रा में किसी तरह की बाधा न आए। आइये जानते हैं आज के नये वर्ककल्चर में कौन-सी स्किल्स या तकनीकों की युवाओं को सबसे ज्यादा जरूरत है? वे कौन से स्किलसेट हैं, जो युवाओं के भविष्य को सुरक्षित और बेहतरीन बनाने का काम कर सकते हैं?
डिजिटल एंटरप्रेन्योरशिप का महत्व: कोरोना सबके लिए एक बड़ी समस्या बनकर आया है, लेकिन इससे पार पाने और इसे कड़ी चुनौती देने के लिए बहुत-सी नई तकनीकें भी सामने आई हैं, तमाम नये इनोवेशन की उत्पत्ति हुई है, जिसके माध्यम से एंटरप्रेन्योरशिप की यात्रा को एक अच्छी दिशा भी मिली है और प्रगति की कई नई राहें भी खुली हैं। डिजिटल तकनीक उन्हीं में से एक है।
हमें इस डिजिटल तकनीक का महत्व समझना होगा और इसे अपनी यात्रा का हिस्सा भी बनाना होगा। हम चाहे शिक्षा के क्षेत्र को देख लें या फिर नौकरी-पेशा या फिर किसी व्यापार की ओर ध्यान दें तो पाएंगे कि हर क्षेत्र में हर काम को सफलतापूर्वक अंजाम देने के पीछे डिजिटल तकनीक की ही भूमिका है। हमें भी इस डिजिटल युग में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी होगी, तभी हम भविष्य में अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर पाएंगे।
कस्टमर-बिजनेस की जरूरत पर ध्यान: बदलते युग में ग्राहकों की जरूरतें भी बदल रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि पहले हम उनकी जरूरतों को अच्छी तरह से समझ लें। इसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचे और उससे संबंधित उचित निर्णय लें। ऐसा करके ही हम किसी भी क्षेत्र के लिए एक उत्तम किस्म की सर्विस या प्रोडक्ट का निर्माण कर पाने में सफलता हासिल कर सकेंगे।
इसके साथ ही बिजनेस माडल का निर्माण भी हमें कस्टमर की जरूरत के हिसाब से ही करना चाहिए। बिजनेस माडल जब कस्टमर की जरूरतों के हिसाब से होगा, तो उसे बिजनेस की ओर आकर्षित करने के लिए आपको ज्यादा दिक्कतें नहीं आएंगी। कस्टमर और बिजनेस की जरूरत को पहचानने वाले इस महत्वपूर्ण स्किल को युवाओं को अपने भीतर निर्मित करना होगा, क्योंकि यह एक ऐसी स्किल है, जो आपको तेजी से कामयाबी की राह पर आगे ले जाएगा। मेरी सलाह है कि इस तरह की स्किल को युवाओं को अच्छी तरह रिसर्च करते हुए विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।
सेल्स/मार्केटिंग प्लान का करें निर्माणः आप चाहे अभी एक एम्पलायी हैं या फिर युवा कारोबारी, बिजनेस सेल्स का दबाव हर किसी पर है। इससे पार पाने के लिए आपको कस्टमर के साथ बिजनेस डीलिंग का हिस्सा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बनना ही होगा। लेकिन अगर एक अच्छे सेल्स और मार्केटिंग प्लान का पहले ही निर्माण करके आगे बढ़ा जाए, तो दबाव भी नहीं होगा और भविष्य के लिए एक बेहतर योजना भी हमारे पास होगी। इसलिए मेरा तो सुझाव यही है कि सेल्स और मार्केटिंग प्लान बनाकर ही आगे बढ़ना बेहतर रहेगा।
अच्छा रोडमैप ग्रोथ में मददगार: अगर युवा एंटरप्रेन्योर के पास एक अच्छा रोडमैप है, तो उसे कभी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अच्छा निर्णय लेने की योग्यता रखने वाला युवा ही बिजनेस या फिर अपनी नौकरी में एक अच्छा रोडमैप तैयार करने में कुशल होता है और यही स्किल उसकी तमाम मुश्किलों पर विराम लगाने का काम करती है।
गलतियों से बड़ी सीख लेकर चलना और उन्हें कभी अपने बिजनेस या नौकरी में फिर न दोहराना भी एक अच्छा कौशल है। इन्हीं स्किलसेट से भविष्य के लिए शानदार रोडमैप का निर्माण किया जाता है। यही रोडमैप जहां एक युवा कारोबारी के बिजनेस को ग्रोथ दिलाने में मदद करता है, वहीं एक एम्पलायी को उसके संस्थान में सम्मान के साथ आगे बढ़ने की राह भी तैयार कर देता है।
- यह भी पढ़े.……….
- नर्सिंग के क्षेत्र में निस्वार्थ सेवा के लिए सीवान की एएनएम रेन्जू को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार
- यूपी, बिहार समेत कई राज्यों में डेंगू का कहर.
- फाईलेरिया उन्मूलन के लिए जन-जागरूकता जरूरी: सिविल सर्जन
- कानूनी प्रणाली का भारतीयकरण समय की जरूरत, सुलभ और प्रभावी बनाना महत्वपूर्ण : CJI रमना