बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले विधान परिषद चुनाव में भाजपा जदयू के बीच दावेदारी को लेकर पेंच फंसता दिख रहा
श्रीनारद मीडिया‚ राकेश सिंह‚ स्टेट डेस्कः
एक तरफ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जनता दल युनाइटेड को भारतीय जनता पार्टी अपने साथ एडजस्ट नहीं कर पा रही तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले विधान परिषद चुनाव में भी दावेदारी को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दिल्ली में विधान परिषद चुनाव को लेकर चर्चा की है.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल और बिहार के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने मुलाकात की और इस दौरान परिषद चुनाव को लेकर चर्चा भी हुई. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी विधान परिषद की 24 में से 13 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. जबकि 11 सीटें सहयोगी जेडीयू को देना चाहती है.
बीजेपी का तर्क है कि पिछली बार उसे 13 सीटों पर जीत मिली थी लिहाजा 13 सीटों पर उसका ही उम्मीदवार इस बार होना चाहिए. वहीं जेडीयू 12-12 सीट का फार्मूला चाहती है. यानी, बीजेपी और जेडीयू दोनों बराबर सीटों पर एमएलसी चुनाव लड़े लेकिन बीजेपी सूत्रों का कहना है कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान को करना है और इसी पर चर्चा हो रही है.
इधर भाजपा मुकेश सहनी की वीआईपी को स्थानीय निकाय कोटे के इस एमएलसी चुनाव में एक भी सीट देने के मूड में नहीं है. बीजेपी और वीआईपी के बीच तकरार बढ़ता जा रहा है. वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम सेक्युलर ने भी 2 सीटों की मांग की है लेकिन बीजेपी चाहती है कि इस मांग पर फैसला जेडीयू करे.
पिछले हफ्ते डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद इसी सिलसिले में दिल्ली आए थे जहां उनकी मुलाकात बिहार अध्यक्ष संजय जायसवाल से हुई थी. उस दौरान भी इन दोनों नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चर्चा की थी लेकिन अभी इस पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है.
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