वाराणसी में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमारी सरकार बनी तो तीनों कृषि कानून 24 घंटे में लेंगे वापस
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / कांग्रेस के कद्दावर नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य प्रमोद तिवारी ने शनिवार को वाराणसी में बड़ा बयान दिया। प्रमोद तिवारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि ये सरकार अपने तीनों काले कृषि कानून नहीं वापस लेती तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य होने के नाते मै ये घोषणा करता हूं कि हमारी सरकार आते ही 24 घंटे के अंदर ये तीनों कानून को वापस लिया जाएगा। वहीं कांग्रेस के सीएम के चेहरे पर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस सीएम तो तय नहीं करती पहले से लेकिन प्रदेश में इस बार प्रियंका गांधी चुनावी चेहरा होंगी।
उन्होंने मौजूदा सरकार पर लखीमपुर खीरी घटना को लेकर तंज़ कसते हुए कहा कि गुलाम भारत के इतिहास में सबसे क्रूर घटना या तो जलियांवालाबाग हत्याकांड था वहीं आज़ाद भारत में जिस निर्मंमता के साथ पहिये के नीचे इंसानी जानें कुचली गयीं और मरने वालों की संख्या 8 ही है जबकि घायलों की संख्या काफी ज़्यादा है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि यदि सुप्रीमकोर्ट इसमें संज्ञान नहीं लेती तो उत्तर प्रदेश सरकार इसमें कोई कार्रवाई नहीं करने वाली थी। वो इस मामले को ढक रही थी। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अभी भी न्याय नहीं मिलेगा जब तक कि इस घटना में शामिल लोग गृहमंत्रालय में बने रहेंगे। मेरी मांग है कि गृह राज्य मंत्री अपने पद से इस्तीफा दें। इसके अलावा इस मामले की सारी जांच सुप्रीम कोर्ट की देख रेख में हो।
प्रमोद तिवारी ने इस प्रेस कांफ्रेंस में लगतार योगी सरकार पर निशाना साधते रहे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हर घर में दो तरह के बच्चे होते हैं। एक वो जो रोज़ उठते हैं और तैयार होकर स्कूल चले जाते हैं और एक वो होते हैं जिनका जब तक कान न मरोड़ा जाए वो स्कूल नहीं जाते, तो योगी सरकार भी उसी तरह बिगड़ैल बच्चा है। जब तक सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट की डांट नहीं खा लेती तब तक न्याय के लिए आगे कदम नहीं बढ़ाती।
वहीं भाजपा के राहुल गांधी और उनकी पार्टी 70 की दशक की है और हमारी जड़ें बहुत मज़बूत हैं उन्हें हिला पाना कांग्रेस के बस की बात नहीं, के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि रामनगर की रामलीला भी विश्व प्रसिद्द है और रावण भी कहता था कि पूरी सृष्टि में उससे ज़्यादा मज़बूत कोई नहीं है, कोई उसे हरा नहीं सकता पर क्या हुआ सत्य से वह भी पराजित हो गया।
भाजपा की प्रदेश सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर अनिल राजभर द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसानों को सपा और कांग्रेस का कार्यकर्ता बताने पर कहा कि कृपा है उनकी, इसके पहले तो वो आतंकवादी और अर्बन नक्सलाइट कह रहे थे। जिनकी उनकी जानकारी है उतना ही कहेंगे। खैर मै उनसे कहूंगा कि वो चले जाएँ और पूछ लें किसानों से कि वो कितने खेत के मालिक हैं। उनकी खसरा-खतौनी कहाँ है। जाएँ उनके बीच में जाकर वैरिफाई कर आएं।