देश के कई शहरों में इनकम टैक्स की रेड, बिहार के नेता के करीबी कारोबारियों के ठिकाने भी शामिल
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
बेनामी संपत्ति के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसी क्रम में मंगलवार (17 अक्टूबर) को आयकर विभाग की टीम ने देश के कई राज्यों में छापेमारी की. इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार जैसे राज्य शामिल हैं.समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, देश की बड़ी टेक्सटाइल कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी की.
कंपनी के कई ऑफिस लोकेशन्स पर आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारी पहुंचे. और ग्रुप के देशभर में स्थित कई ऑफिसों पर रेड की है. ट्राइडेंट ग्रुप यार्न, होम टेक्सटाइल, कागज और स्टेशनरी, रसायन और अनुकूली ऊर्जा में काम करता है और बुधनी, मध्य प्रदेश, बरनाला और धौला, पंजाब में इसके ऑफिस स्थित हैं.
वहीं, राजस्थान के जोधपुर में रावत होटल और स्वीट्स ग्रुप के यहां छापे की गई. टीम ने ग्रुप के जयपुर और जोधपुर के दोनों ठिकानों पर एक साथ रेड की. मथानिया स्थित फार्म हाउस और जोधपुर में स्थित होटल पर भी तलाशी ली गई. कार्रवाई में इनकम टैक्स के 20 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.
यूपी के वाराणसी और गोरखपुर में भी छारेमारी
इसके अलावा, वाराणसी में इनकम टैक्स की टीम ने बड़े सराफा व्यापारी नारायण दास के सभी ठिकानों पर मंगलवार की सुबह छापेमारी की. व्यापारी के भेलूपुर स्थित आवास पर भी इनकम टैक्स की टीम पुलिस के साथ पहुंची. सूत्रों के मुताबिक गोल्ड व्यवसाय में टैक्स चोरी के मामले में ये छापेमारी की गई. लखनऊ और वाराणसी की संयुक्त टीमों ने व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी की और दस्तावेजों की पड़ताल के साथ ही ठिकानों की जांच में जुट गई. साथ ही एक टीम ने गोरखपुर में भी छापेमारी की.
इससे पहले आईटी ने कर्नाटक में बड़ी वसूली करते हुए 94 करोड़ रुपये नकद और हीरे, लक्जरी घड़ियां जब्त की थीं. यहां से विभाग ने एक अरब रुपये से भी ज्यादा की वसूली की थी. कर्नाटक में आईटी विभाग की ओर से 94 करोड़ रुपये की वसूली पर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “पूरा भ्रष्टाचार बीजेपी का ही है. बीजेपी ही भ्रष्टाचार की नींव है, इसलिए कर्नाटक की जनता ने उन्हें उखाड़ फेंका. जो पैसा मिला है, वो बीजेपी नेताओं से जुड़ा हुआ है और इसका कांग्रेस सरकार से कोई लेना-देना नहीं है.
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