भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित किया,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत और कनाडा के रिश्तों में हर बीते वक्त के साथ और भी तल्खियां बढ़ती जा रही है। खालिस्तान का समर्थन करने वाले आतंकियों को पनाह देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक बेतुके बयान से दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ चुके हैं। एक तरफ जहां मोदी सरकार लगातार कनाडा से खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करती आई है, वहीं कनाडा के पीएम कई बार खुलेआम खालिस्तानी आतंकियों के समर्थन में खड़े दिखे। पिछले तीन दिन यानी 72 घंटों के बीच कई ऐसी घटनाएं घटी, जिसकी वजह से दोनों देशों के रिश्तों के बीच फासला और भी बढ़ गया।

आतंकी की मौत पर पीएम ट्रूडो ने दिया बेतुका बयान

खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की इसी साल 18 जून को कनाडा के सर्रे शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को लेकर सोमवार रात (18 सितंबर) को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के हाथ होने की बात कह दी।

उन्होंने दावा किया कि कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या हरदीप सिंह की हत्या के पीछे भारतीय एजेंसियों का हाथ है। वहीं, कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया।

भारत ने दिया करारा जवाब

पीएम ट्रूडो के बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने तुरंत जवाबी प्रतिक्रिया दी। भारत सरकार ने कनाडा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे आरोप खालिस्तानियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने के लिए लगाए जा रहे हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार सुबह (19 सितंबर) पीएम ट्रूडो के आरोपों को निराधार करार दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम द्वारा दिए गए ऐसे बयान खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की एक कोशिश है, जिसे कनाडा में आश्रय मिलता रहा है।

वहीं, मंगलवार के दिन भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को तलब किया। भारत में कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला भी लिया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा,”भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को आज तलब किया गया और उन्हें निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया।

सतर्क होकर भारतीय करें कनाडा की यात्रा:भारत

बुधवार को भारत ने कनाडा को परोक्ष तौर पर भारतवासियों के लिए एक असुरक्षित देश के तौर पर चिह्नित किया और वहां रहने वाले या वहां की यात्रा की योजना बना रहे भारतवासियों को अत्यधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी।

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया,”कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों, राजनीतिक रूप से प्रेरित घृणा अपराध और आपराधिक हिंसा की वजह से वहां रहने वाले सभी भारतीय या वहां जाने को तैयार भारतीय बहुत ज्यादा सतर्कता बरतें।’ एक दिन पहले कनाडा ने भी भारत जाने वाले अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी कर सतर्क रहने को कहा था।

NIA ने 43 आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े लोगों की लिस्ट की जारी

भारतीय विदेश मंत्रालय ने आगे कहा है कि हाल ही में देखा गया है कि कनाडा में रहने वाले राजनयिकों और भारत विरोधी गतिविधियों का विरोध करने वाले भारतीय समुदाय के लोगों को धमकाया गया है। ऐसे में कनाडा के जिन क्षेत्रों में इस तरह की गतिविधियां होने की संभावना है, वहां भारतीय लोग यात्रा ना करें। कनाडा के खराब हालात को देखते हुए भारतीयों छात्रों को खास तौर पर अत्यधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कनाडा से संबंध रखने वाले आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े 43 व्यक्तियों का विवरण जारी किया।ऐजेंसी ने जनता से ऐसे लोगों की संपत्तियों और परिसंपत्तियों का विवरण साझा करने के लिए कहा, जिन्हें केंद्र सरकार अपने कब्जे में ले सकती है।

एनआईए ने गोल्डी बरार, राजेश कुमार, प्रिंस, अनिल वी और मोहम्मद शाहबाज की तस्वीरें उनके नाम के साथ जारी की हैं और इनके जरिए बताया गया है कि इनमें से कई गैंगस्टर कनाडा में रह रहें हैं।

भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए किया वीजा सेवा निलंबित

गुरुवार को दो बड़ी घटनाएं घटी। सबसे पहले कनाडा में गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनिके की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वो खालिस्तानी समर्थक अर्शदीप सिंह का करीबी था। लारेंस बिश्नोई ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है।इसके बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुएकनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित कर दिया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को होने वाली साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कनाडा को लेकर विस्तृत बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हां, हमने कनाडा सरकार को बताया कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए। उनकी संख्या कनाडा में हमारी संख्या से कहीं ज्यादा अधिक है… मेरा मानना है कि कनाडा की ओर से कमी की जाएगी।

अरिंदम बागची ने कहा कि हां, मुझे लगता है कि यहां कुछ हद तक पूर्वाग्रह है। उन्होंने (कनाडा) आरोप लगाए हैं और उन पर कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार द्वारा लगाए गए आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं।

 

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